कुरुक्षेत्र 19 दिसम्बर गीता
मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पवित्र
स्थली ज्योतिसर से पूरे विश्व को गीता का ज्ञान मिला। गीता में दिए ज्ञान
में मानव की हर समस्या का समाधान निहित है। गीता के श्लोकों का स्मरण करने
से जहां मन को शांति मिलती है वहीं हमारे आध्यात्मिक ज्ञान में भी वृद्घि
होती है। कुरुक्षेत्र स्थित ब्रहमसरोवर व सन्निहित सरोवर के जल के आचमन
मात्र से ही मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। सूर्य ग्रहण, सोमवती
अमावस्या, चौदस सहित अन्य धार्मिक अवसरों पर इन सरोवरों के पवित्र जल में
स्नान करने से हजारों यज्ञों के बराबर पुण्य की प्राप्ति होती है।
गीता
मनीषी स्वामी ज्ञानानंद शनिवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग
में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे
थे। गीता मनीषी स्वामी
ज्ञानानंद ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे
विश्व को गीता के उपदेश दिए। इस पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरे
विश्व के लिए प्रासंगिक है। इसलिए कुरुक्षेत्र का महत्व पूरे विश्व में है।
इस पावन धरा पर हर वर्ष कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से
अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव और सभी संस्थाओं की तरफ से भी गीता महोत्सव
को परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस वर्ष कोविड-19
को जहन में रखते हुए गीता ज्ञान संस्थानम के प्रांगण में भी एक सप्ताह के
कार्यक्रमों का आयोजन जीओ गीता की तरफ से किया जा रहा है। इतना ही नहीं जीओ
गीता की तरफ से राष्टï्रीय और अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर भी गीता महोत्स्व
को लेकर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जीओ गीता की
तरफ से 19 से 25 दिसम्बर तक गीता सप्ताह के रुप में मनाया जाएगा।