कुरुक्षेत्र 28 दिसम्बर अंतर्राष्टï्रीय
गीता महोत्सव-2020 में प्रशासन की प्रेरणा से फुल विक्रेता देसराज ने
महोत्सव के मंच को सजाने के लिए 450 किलो रंग-बिरंगे फुल लगाए। इन फुलों को
सजाने में देसराज ने एक पैसा भी प्रशासन से नहीं लिया अपितु अपनी जेब से
पैसे खर्च करके कुछ किलोग्राम फुल बाहर से मंगवाकर प्रयोग किए। अगर केडीबी
की फुल एग्रीमेंट कुटेशन पर नजर डाले तो देसराज ने 30 हजार रुपए से ज्यादा
की राशि के फुल साज सज्जा में लगाए है।
फुल
विक्रेता देसराज ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव
में पिछले कई वर्षों से टेंडर लेकर फुलों से सम्बन्धित साज सज्जा करने का
काम कर रहे है। इस बार बेशक उन्हें टेंडर नहीं मिला, लेकिन दुसरे माध्यम से
जब वे महोत्सव में फुलों की कुछ सजावट करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने
पुरुषोतमपुरा बाग आरती स्थल के पास एक फलैक्स को देखा। इस फलैक्स पर करीब
30 से ज्यादा संस्थाओं के नाम अंकित थे, जिन्होंने बिना किसी स्वार्थ के
प्रशासन को महोत्सव में बढ़चढक़र सहयोग किया। इस फलैक्स को देखने के उपरांत
मन प्रभावित हुआ और नि:शुल्क रुप से महोत्सव में फुलों से साज-सज्जा करने
का मन बनाया।
देसराज
ने कहा कि महोत्सव में फुलों की डेकोरेशन का कार्य नि:शुल्क रुप से करने
के लिए उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ से मिले और उपायुक्त ने सहर्ष उनका
प्रस्ताव स्वीकार किया। इसके उपरांत देसराज ने श्रीकृष्ण अर्जुन रथ,
ब्रहमसरोवर आरती स्थल और गीता उपदेश स्थली ज्योतिसर में फुलों से साज सज्जा
की है। इस साज-सज्जा पर तकरीबन 450 किलो लड्डïु गेंदा, गुलदावरी और ग्रीन
लड़ी का प्रयोग किया। इनकी कीमत केडीबी द्वारा दिए गए टेंडर के अनुसार
तकरीबन 30 हजार रुपए बनती है। यह कार्य करने से उनके मन को संतुष्टïी मिली।
इनमें से अधिकतर फुल उनके फार्म हाउस से प्रयोग किए और कुछ किलोग्राम फुल
बाहर से खरीदने पड़े।