कोरोना काल में लोगों ने शेयर बाजार में कमाई और निवेश पर जोर दिया है. यही वजह है कि बीते छह माह में उम्मीद से बढ़कर डीमैट खाते खोले गए हैं. बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान 63 लाख नए डीमैट खाते खोले गए. पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 27.4 लाख रहा था. इस तरह डीमैट खातों की संख्या में 130 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
वहीं इस अवधि में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने भारतीय बाजार में शुद्ध रूप से 11 अरब डॉलर का निवेश किया है. अन्य उभरते बाजारों में एफपीआई का निवेश नकारात्मक रहा है. मार्च में जरूर भारतीय बाजारों से निकासी हुई थी इस दौरान विशेष रूप से ऋण या बांड बाजार से निकासी देखने को मिली है. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में निवेश का कुल प्रवाह 1.47 लाख करोड़ रुपये रहा है.