ब्रहमसरोवर और आसपास के क्षेत्र में वैज्ञानिकों की तरफ से लगाए जाएंगे 2 टेलिस्कोप, कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण के समय नजर आएगी दो मीटर लम्बी लाईन, सूर्यग्रहण पर वैज्ञानिक करेंगे शोध, टेलिस्कोप से कुरुक्षेत्र में लगने वाले सूर्यग्रहण का देश और दुनिया में होगा सीधा प्रसारण, लोग घर बैठें देख सकेंगे अद्वितीय ब्रहामंडिय दृश्य, साईंस एंड तकनीकी विभाग के महानिदेशक डा. प्रवीण, केन्द्र सरकार के वैज्ञानिकों ने किया ब्रहमसरोवर और आसपास के क्षेत्रों मुआयना

कुरुक्षेत्र 20 जून कुरुक्षेत्र में 21 जून को सुबह 10 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक कंगनाकार सूर्यग्रहण नजर आएगा। इस अद्वितीय ब्रहामंडिय दृश्य पर इसरो के आदित्य मिशन के तहत सूर्य अनुसंधान किया जाएगा। इस अनुसंधान के लिए केन्द्र सरकार से वैज्ञानिकों की टीम कुरुक्षेत्र में पहुंच चुकी है। इस अनुसंधान के लिए ब्रहमसरोवर और आसपास के किसी क्षेत्र में दो टेलिस्कोप लगाए जाएंगे। अहम पहलू यह है कि इन टेलिस्कोप के माध्यम से कुरुक्षेत्र में लगने वाले सूर्य ग्रहण का सीधा प्रसारण इंडिया साईंस के फेसबुक, यूटयूब व इंडिया साईंस के लिंक पर किया जाएगा और लोग घर बैठे ही कुरुक्षेत्र में लगने वाले सूर्यग्रहण के अदभुत दृश्यों को देख सकेंगे।
कुरुक्षेत्र में लगने वाले सूर्यग्रहण के अद्वितीय ब्रहामंडिय दृश्यों को दिखाने और सूर्य ग्रहण पर शोध करने के लिए हरियाणा साईसं एवं तकनीकी विभाग के महानिदेशक डा. प्रवीण, केन्द्र सरकार से आए वरिष्ठï वैज्ञानिक डा. अरविन्द, डा. पुरुषोतम सहित कई अन्य वैज्ञानिक शनिवार को ब्रहमसरोवर के पावन तट पर पहुंचे। यहां पर बातचीत करते हुए हरियाणा साईंस एवं तकनीकी विभाग के महानिदेशक डा. प्रवीण ने कहा कि कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण का मुख्य केन्द्र रहेगा और इस सूर्य ग्रहण के अद्वितीय ब्रहामंडिय दृश्यों पर शोध करने के लिए भारत सरकार के विज्ञान प्रसार की टीम पहुंच चुकी है। यह टीम ब्रहमसरोवर और आसपास के क्षेत्र में दो टेलिस्कोप लगाएगी। यह टेलिस्कोप वहां पर स्थापित किए जाएंगे जहां पर आकाश में सूर्यग्रहण के समय दो मीटर नीली लाईन नजर आएगी।
उन्होंने कहा कि टेलिस्कोप के माध्यम से सूर्यग्रहण का सीधा प्रसारण साईंस इंडिया के सोशल लिंक पर किया जाएगा। इतना ही नहीं इसरो के आदित्य मिशन के तहत ही सूर्य पर अनुसंधान किया जाएगा। इस सूर्य ग्रहण के दौरान दो मीटर नीली आकाशीय रेखा 30 सैंकेंड तक नजर आएगी। इसके 11 किलोमीटर उपर और 11 किलोमीटर नीचे के दृश्यों को भी टेलिस्कोप के माध्यम से दिखाया जाएगा। इस बार सूर्य ग्रहण ब्रहमसरोवर और आसपास के सरोवर पर पूर्णत: नजर आएगा। उन्होंने कहा कि भारत और हरियाणा सरकार की तरफ से सूर्य ग्रहण के इन आकाश में घटने वाले पहलुओं पर शोध किया जाएगा।