जिलाधीश ने 19 जून की रात्रि से 21 जून को सायं 6 बजे तक कफ्र्यू लगाने के जारी किए आदेश, ब्रहमसरोवर व सन्निहित सरोवर पर नहीं होगा सूर्यग्रहण मेले का आयोजन, थ्री टायर सुरक्षा व्यवस्था के होंगे इंतजाम, 52 जगहों पर लगेंगे नाके, ब्रहमसरोवर, सन्निहित सरोवर व अन्य तीर्थो के सरोवरों पर लोगों के आवागमन पर रहेगा प्रतिबंध, कफ्र्यू के दौरान नहीं होगी किसी प्रकार मूवमैंट, लोग अपने-अपने घरों में बैठकर करे पूजा-अर्चना, गांव में लगेंगे ठीकरी पहरे, अन्य राज्यों व जिलों के डीएम और पुलिस अधीक्षकों को भी लोगों को कुरुक्षेत्र में आने से रोकने के लिए लिखे पत्र
कुरुक्षेत्र 18 जून-- जिलाधीश एवं उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि सूर्यग्रहण के दौरान लोगों की सुरक्षा व शांति व्यवस्था बनाए रखने और कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर 19 जून की रात्रि से लेकर 21 जून को सायं 6 बजे तक कफ्र्यू लगाया जाएगा। इस वर्ष 21 जून को कुरुक्षेत्र में सूर्यग्रहण पर किसी प्रकार के बड़े स्तर के कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इस वर्ष 21 जून को प्रात: 10 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक सूर्यग्रहण लगेगा और इसकी पूर्ण छाया कुरुक्षेत्र में पड़ेगी। इस सूर्यग्रहण के दौरान लोगों को कुरुक्षेत्र में ना आने की अपील सरकार और प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही है। इतना ही नहीं कुरुक्षेत्र जिले के चारों तरफ नाकाबंदी की जाएगी और ब्रहमसरोवर, सन्निहित सरोवर के साथ-साथ अन्य सरोवरों पर बैरिकेटिंग के साथ नाकाबंदी के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में सूर्यग्रहण को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 21 जून को सुबह 10 बजकर 20 मिनट से दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक सूर्यग्रहण की पूर्ण छाया कुरुक्षेत्र में पड़ेगी। सूर्यग्रहण के दौरान श्रद्घालुओं की कुरुक्षेत्र में आकर स्नान करने की आस्था रही है, लेकिन पूरे विश्व में कोरोना महामारी फैल चुकी है। इस महामारी के दौरान भीड़ के एकत्रित ना होने देने के प्रयास लगातार किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि सूर्यग्रहण को लेकर साधु संतों, संस्थाओं के प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श किया गया और निर्णय लिया गया कि कुरुक्षेत्र में सूर्य ग्रहण मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जाएगा। सभी लोग अपने-अपने घरों में बैठकर ही पूजा-अर्चना करेंगे। इस सूर्यग्रहण पर लोगों को कोराना महामारी से बचाने के लिए कुरुक्षेत्र में किसी भी जगह पर भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाएगी। इसलिए कुरुक्षेत्र में कानून व शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा लोगों के आवागमन को रोकने और कोरोना के संक्रमण से बचाव को लेकर 19 जून की रात्रि से लेकर 21 जून सायं 6 बजे तक कफ्र्यू लगाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कफ्र्यू के दौरान कुछ समय के लिए जरुरी वस्तुओं को खरीदने के लिए रियायत भी दी जाएगी। इस जिले में लोगों की मूवमैंट को रोकने के लिए और आस-पड़ोस के राज्यों, जिलों तथा कुरुक्षेत्र के लोगों के आवागमन को रोकने के लिए ही कफ्र्यू लगाया गया है। इतना ही नहीं सभी जिलों के जिलाधीश, पुलिस अधीक्षकों और दिल्ली रेजिडेंस कमीशन को भी पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि सूर्यग्रहण के दिन लोगों को कुरुक्षेत्र में ना आने के प्रति जागरुक करे। इस सूर्यग्रहण को लेकर सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के निदेशक के द्वारा भी सभी जिलों में लोगों को कुरुक्षेत्र में ना आने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के साथ लगते पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, उतर प्रदेश आदि राज्यों की सीमाओं पर भी लोगों के हरियाणा में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए सम्बन्धित राज्यों व साथ लगती सीमाओं के जिलों को लिखा गया है।
उन्होंने कहा कि 48 कोस की परीधि में आने वाले सभी तीर्थों व गांव में छोटे-छोटे तीर्थों पर भी लोगों के आवागमन को रोकने के लिए ठीकरी पहरे भी लगाए जाएंगे। इसके लिए डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए जाएंगे। इसके अलावा सरपंचों के माध्यम से भी लोगों को अपने-अपने घरों में रहकर पूजा अर्चना करने बारे जागरुक किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि कुरुक्षेत्र व आसपास के जिलों में सरकारी और निजी बसों को भी एक सीमित संख्या में चलाने के लिए सरकार की तरफ से आदेश जारी किए गए है। हरियाणा के गृह मंत्रालय और पुलिस महानिदेशक की तरफ से भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके है। उन्होंने पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सूर्यग्रहण पर कुछ सीमित साधु-संतों को ब्रहमसरोवर पर पूर्जा अर्चना करने की अनुमति दी गई है। इस पूजा अर्चना के दौरान सोशल डिस्टैंस के नियमों की पालना करते हुए सभी 6-6 फीट की दूरी पर बैठकर सभी धार्मिक अनुष्ठïान की परम्परा को निभाएंगे और सभी का कोरोना टेस्ट किया जाएगा और सीमित संख्या में आने वाले साधु-संतों को बकायदा पास भी जारी किया जाएगा।
पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी ने कहा कि सूर्यग्रहण के समय ब्रहमसरोवर, सन्निहित सरोवर व अन्य सरोवरों पर दान देने और स्नान करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस सूर्यग्रहण में सूरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए 19 जून की रात्रि से 21 जून को सायं 6 बजे तक कफ्र्यू लगाया जाएगा। इस जिले में कुल 52 नाके लगाए जाएंगे, इंटर-स्टेट, इंटर-डिस्ट्रिक और ब्रहमसरोवर के चारों तरफ बेरिकेटिंग के साथ सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध होंगे, पुलिस के द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय की तरफ से भी सभी जिलो के पुलिस अधीक्षकों को भी इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए है, पुलिस द्वारा धर्मशालाओं, होटलों और गेस्ट हाउस की चैकिंग शुरु कर दी गई है। किसी भी बाहरी व्यक्ति और श्रद्घालु को ठहरने की अनुमति नहीं दी जाएगी, अगर कोई बाहरी व्यक्ति इन संस्थानों में आता है तो उसकी सूचना पुलिस को देनी होगी। इस सुरक्षा व्यवस्था पर 750 पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा लोकल पुलिस और एसएचओ गतिविधियों पर नजर रखेंगे। उन्होंने कहा कि ब्रहमसरोवर के आसपास जितने भी साधुजन है, उनको आसपास की धर्मशालाओं में भेजा जाएगा। इस मौके पर सीईओ केडीबी गगनदीप सिंह, एसडीएम पिहोवा सोनू राम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।