कोरोना वायरस को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मौजूदा स्थिति से अवगत कराया गया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव और नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने अहम जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की सही स्थिति का अंदाजा लगाने के लिए देश में सेरो सर्वे कराया गया। इस सर्वे में कई राहत देने वाली बातें सामने आई हैं।
देशभर के कई जिलों में अप्रैल के अंत की स्थिति को लेकर यह सेरो सर्वे कराया गया। इसके मुताबिक देश में एक फीसदी से भी कम आबादी इस वायरस से प्रभावित हुई है। इसके अलावा अभी देश में सामुदायिक संक्रमण की स्थिति नहीं है। 83 जिलों में कराए गए इस सर्वे में पाया गया कि सिर्फ 0.73 फीसदी लोग ही इससे प्रभावित हुए हैं। आईसीएमआर के मुताबिक शहरों में गांवों की तुलना में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं।
मृत्यु दर में आई कमी
-- देश में ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत 49.21 है।
-- भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की दर अन्य देशों की तुलना में काफी कम है।
-- 15 मई को देश में मृत्यु दर 3.3 प्रतिशत थी। अब यह घटकर 2.8 फीसदी रह गई है।
क्या है सेरो सर्वे
-- सामान्य लोगों के रक्त के नमूने लिए जाते हैं और इसे IgG एंटीबॉडीज के लिए टेस्ट किया जाता है।
-- अगर कोई व्यक्ति IgG पॉजिटिव पाया जाता है, तो इसका मतलब यह हुआ कि वह पहले कोरोना वायरस से संक्रमित रह चुका है।