फूलों से सजी घोड़ी में चार बारातियों को बिठा कर दुल्हन ब्याहने आ रहा दूल्हा अब नजर नहीं आएगा। बारात के दरवाजे पर पहुंचते ही उन्हें घेर लेने और मिलनी कर महंगे तोहफे देने वाले बाराती नजर नहीं आएंगे। कोई बड़ा फार्म हाउस नहीं होगा,100 तरह की डिशेज नहीं होंगी और स्टेज परफॉरमेंस देतीं विदेशी लड़कियों या देशी कलाकारों के सामने झूमता हूजूम नहीं होगा। शारीरिक दूरी बनाए रखना पहली जरूरत होगी। शादी में गिनती से आए नजदीकी रिश्तेदारों और दोस्तों के चेहरे पर मास्क होंगे, हाथ में सेनेटाइजर की बोतल होगी। और यह सब इन्हें विवाह स्थल पर भी दिया जाएगा। जी, हां कोरोना ने शादियों का अंदाज बदला है तो शादी से जुड़ा व्यवसाय भी करवट ले रहा है और वेडिंग प्लानर्स ने कोविड पर सरकार की गाइडलाइंस को ध्यान में रखते हुए अपने पैकेज बना दिए हैं।
कोराेना ने शादी का मंजर इतना बदल दिया है कि नाचते-गाते, बारात लेकर जाने की जगह अब अकेला दुल्हा ही ब्याह रचाने चला है। हाल ही में एक शादी में विडियो काॅलिंग के जरिए ही परिवार ने अपने बेटे की शादी की पूरी रस्में देखीं और उसी में ही अपने बेटे व नई नवेली दुल्हन को आशीर्वाद भी दिया। अब 'बिग बजट वेडिंग' की जगह साधारण शादियों का दौर आया है। शादी में वर-वधू दोनों तरफ से पांच से दस लोग शामिल हो रहे हैं और शादी पर खर्च भी कुछ हजार ही आ रहा है। इतना ही नहीं कुछ घंटों में शादी भी पूरी हो जाती है। और तो ओर सोशल मीडिया पर लाखें के लहंगे, गोल्डन जूतियों ओर महंगे ब्राइडल मेकअप की तस्वीरें भी आना बंद होने लगी हैं।
इवेंट मैनेज करने वाली कम्पनिया भी अब सस्ते पैकेज तैयार कर रहीं है।