Thursday, April 30, 2020

फैसला / सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के 20 हजार करोड़ के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर स्टे लगाने से इनकार किया


        तीन किलोमीटर लंबे राजपथ के दोनों ओर  इस तरह इमारतें बनेंगी


नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के 20 हजार करोड़ रुपए के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इस प्रोजेक्ट के तहत संसद के दोनों सदनों के लिए ज्यादा सदस्यों की क्षमता वाली नई इमारतें बनाई जाएंगी। साथ ही केंद्रीय सचिवालय के लिए 10 नई बिल्डिंग बनेंगी। एडवोकेट राजीव सूरी ने प्रोजेक्ट पर स्टे की मांग की थी। चीफ जस्टिस एस ए बोबडे की बेंच ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस मामले की सुनवाई की।




क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?
राष्ट्रपति भवन, मौजूदा संसद भवन, इंडिया गेट और राष्ट्रीय अभिलेखागार की इमारत को वैसा ही रखा जाएगा। सेंट्रल विस्टा के मास्टर प्लान के मुताबिक पुराने गोलाकार संसद भवन के सामने गांधीजी की प्रतिमा के पीछे नया तिकोना संसद भवन बनेगा। यह 13 एकड़ जमीन पर बनेगा। इस जमीन पर अभी पार्क, अस्थायी निर्माण और पार्किंग है। नए संसद भवन में दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक इमारत होगी, लेकिन सेंट्रल हॉल नहीं बनेगा।


 



 


 



पंचतत्व में विलीन ऋषि कपूर का पार्थिव शरीर, परिवार ने नम आंखों से दी आखिरी विदाई


बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर का मुंबई में मरीन लाइंस के चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. दोपहर 3.45 बजे उनका पार्थिव शरीर श्मशान घाट लाया गया था. जिसके बाद श्मशान घाट में विद्युत शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया. श्मशान घाट में शव लाने के बाद करीब आधे घंटे के अंदर ही ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई.



दो साल तक कैंसर से लड़ाई लड़ने के बाद बॉलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर का आज निधन हो गया. मुंबई के गिरगांव इलाके में स्थित सर एच.एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में ऋषि कपूर ने आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर आखिरी सांस ली. ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह गृह में किया गया. लॉकडाउन की वजह से सिर्फ चुनिंदा लोगों को ही अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी गई थी.


अंतिम संस्कार के दौरान मुंबई पुलिस ने नीतू कपूर, रीमा जैन, मनोज जैन, अरमान जैन, आदर जैन, अनीषा जैन, राजीव कपूर, रणधीर कपूर, सैफ अली खान, करीना कपूर खान, बिमल पारिख, नताशा नंदन, अभिषेक बच्चन, डॉक्टर तरंग, आलिया भट्ट, अयान मुखर्जी, जय राम, रोहित धवन, राहुल रवैल को मौजूद रहने की इजाजत दी थी.


बेटी रिद्धिमा को जारी किया गया पास


ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा को दिल्ली पुलिस ने मूवमेंट पास दिया था. रिद्धिमा को मुंबई जाने के लिए दिल्ली पुलिस ने परमिशन दी थी. ऋषि कपूर की बेटी रिद्धिमा कपूर साउथ ईस्ट दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी ईस्ट में रहती हैं. दिल्ली पुलिस ने उनको मुंबई जाने का मूवमेंट पास जारी किया था. सुबह 10.30 बजे 5 लोगों के लिए पास जारी किया गया. हालांकि रिद्धिमा ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच पाई.


कुरुक्षेत्र में 975 में से 916 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव:सुखबीर


कुरुक्षेत्र 30 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 975 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 916 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने वीरवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2347 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 2 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 975 सैम्पलों में 916 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 57 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इनमें से 2 सैम्पलों की रिपोर्ट जो पॉजिटिव थी वह दोनों मरीज ठीक होकर घर जा चुके है।

 

Monday, April 27, 2020

ऐसे तैयार होते थे 'महाभारत' के कलाकार, तस्वीरों में देखें मेकअप से लेकर सेट तक की तस्वीरें



दूरदर्शन पर 'महाभारत' का दोबारा प्रसारण किया जा रहा है। सालों बीत जाने के बावजूद दर्शक अभी भी इस सीरियल को उतना ही पसंद कर रहे हैं। यही नहीं सीरियल से जुड़ी छोटी-छोटी जानकारी को जानने के लिए सोशल मीडिया पर यूजर्स उतने ही उत्सुक हैं। आज हम 'महाभारत' की कुछ अनदेखी तस्वीरें दिखाते हैं कि उस दौर में कलाकार कैसे मेकअप करते थे और सेट का माहौल कैसा होता था।



मुकेश खन्ना ने बीआर चोपड़ा की 'महाभारत' में भीष्म पितामह की भूमिका निभाई थी। यहां मुकेश खन्ना मेकअप करते दिख रहे हैं। आज भी मुकेश खन्ना को 'भीष्म' के नाम से जाना जाता है। मुकेश खन्ना ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'मुझ पर भीष्म पितामह की इमेज का ऐसा ठप्पा लगा कि मैं उसे कई दूसरे किरदार और फिल्में करने के बाद भी हटा नहीं पाया। मुकेश ने आगे बताया था कि खुद बीआर चोपड़ा ने उनसे कहा था कि वो 'पितामह' की छवि से बाहर नहीं निकल पाएंगे।'




सीरियल में अर्जुन का किरदार अभिनेता फिरोज खान ने निभाया था। तस्वीर में अर्जुन अपना मेकअप करते नजर आ रहे हैं। 'महाभारत' के ऑडीशन में चुने जाने के बाद उन्होंने अपना नाम फिरोज खान से अर्जुन कर लिया था। 'महाभारत' के पटकथा और संवाद लेखक डॉ राही मासूम रजा ने उनसे कहा था कि '23 हजार लोगों में सेलेक्शन हुआ है। ऐसे में अर्जुन नाम ही होना चाहिए। तुम लगते भी अर्जुन जैसे हो और इंडस्ट्री में भी कोई इस नाम से नहीं है।' इस तरह 'महाभारत' से फिरोज खान हमेशा के लिए अर्जुन बन गए। 




रवि चोपड़ा यहां सेट पर सीरियल के कलाकारों के साथ बैठे नजर आ रहे हैं। 'महाभारत' के निर्देशक बीआर चोपड़ा थे लेकिन इसी बीच उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी तब उनके बेटे रवि चोपड़ा शो की जिम्मेदारी संभालने लगे थे।  

नीतीश भारद्वाज 'महाभारत' में कृष्ण बने थे। तब उनकी उम्र महज 23 साल थी। 'महाभारत' के दोबारा प्रसारण पर नीतीश भारद्वाज काफी खुश हैं। उनका कहना है कि आज की पीढ़ी के पास सीखने का मौका है। तस्वीर में नीतीश कुर्सी पर शूटिंग के दौरान आराम करते हुए नजर आ रहे हैं।


 










कुरुक्षेत्र में 887 में से 684 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव:सुखबीर


कुरुक्षेत्र 27 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 887 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 684 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने सोमवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2346 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 3 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 887 सैम्पलों में 684 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 201 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इनमें से 2 सैम्पलों की रिपोर्ट जो पॉजिटिव थी वह दोनों मरीज ठीक होकर घर जा चुके है।

 

पीलिया व डायरिया फैलने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने किया सम्बन्धित क्षेत्र का दौरा


कुरुक्षेत्र 27 अप्रैल सिविल सर्जन व जिला सर्वेक्षण अधिकारी सोमवार को देर सायं जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि आईडीएसपी यूनिट को सूचना मिली थी कि पिपली में पीलिया का आउटब्रेक हो गया है जिसका संज्ञान लेते हुये तुरन्त डा. सुदेश कुमार सहोता ने पिपली क्षेत्र का दौरा करवाया व स्थिति का जायजा लिया। पिपली क्षेत्र में आठ लोगों में पीलिया के लक्षण पाये गये है, जिनमें से 6 के ब्लड सैंपल लेकर जांच हेतू लैब में भेज दिए गये है व पानी के ओटी सैंपल लिये गये जो कि पीने योग्य पाये गये व बीटी सैंपल जनस्वास्थ्य विभाग की लैब में जांच हेत ूभेज दिये गये है। विभाग द्वारा जागरूकता की गई, हैलोजन की गोलियां बांटी गई व पानी को उबालकर पीने की हिदायत दी गई। स्वयं जिला सर्वेक्षण अधिकारी ने जनस्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर जिसमें कि एसडीई, जेई व अन्य कर्मचारियों के सहयोग से पानी के नमूने लिये गये।

इसके साथ-साथ जिला सर्वेक्षण यूनिट, स्वास्थ्य विभाग कुरूक्षेत्र को सूचना मिली कि इंदिरा कालोनी में डायरिया का आउट ब्रेक हुआ है, इस मामले में संज्ञान लेते हुये सिविल सर्जन के आदेशानुसार विभाग की एपीडेमोलोजिस्ट बिन्दुरॉय ने टीम सहित इंदिरा कालोनी का दौरा करने उपरांत पाया कि संबंधित क्षेत्र में चार लोगों में उल्टी-दस्त के लक्षण पाये गये है जिनको विभाग द्वारा ओआरएस, हैलोजन की गोलियां वितरित की गई व जागरूकता हेतू बताया गया कि पानी को उबाल कर पीये व पानी के सैंपलभी लिये गये है, स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित क्षेत्र के जनस्वास्थ्य विभाग के जेई को भी स्थिति बारे अवगत करवाया है। स्थिति पूर्णत: नियंत्रण में है जो कि आउटब्रेक की श्रेणी में नही आती। स्वास्थ्य विभाग आमजन से यह अपील करता है कि किसी भी तरह की अफवाहें न फैलाये। सरकार के निर्देशानुसार घरों में रहे व लॉकडाउन का पालन करे। किसी भी प्रकार की खांसी, सांस लेने में तकलीफ, तेज बुखार आने पर तुरन्त अपने नजदीकी चिकित्सक से परामर्श लेवें व हाथों को बार-बार साफ करे।

Saturday, April 25, 2020

कुरुक्षेत्र में 686 में से 646 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव:सुखबीर


कुरुक्षेत्र 25 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 686 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 646 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने शनिवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2337 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 12 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 686 सैम्पलों में 646 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 38 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। इनमें से 2 सैम्पलों की रिपोर्ट जो पॉजिटिव थी वह दोनों मरीज ठीक होकर घर जा चुके है।

 

Thursday, April 23, 2020

लॉकडाउन में इतना साफ हुआ आसमान कि श्रीनगर से दिखा पीर पंजाल


कोरोना वायरस की वजह से देश भर में लगे हुए लॉकडाउन से एक अच्छी बात ये हुई है कि देश के हर कोने में हवा साफ हो गई है. आसमान में कोई धुंधलापन नहीं है. इसी का नतीजा है कि जालंधर से हिमालय दिखने के बाद अब श्रीनगर से पीर पंजाल रेंज की खूबसूरत तस्वीरें सामने आई हैं. 


सोशल मीडिया पर श्रीनगर की तस्वीरें वायरल हो रही हैं. इन तस्वीरों में श्रीनगर से पीर पंजाल रेंज दिखती हुई नजर आ रही हैं. यहां आपको बता दें कि इससे पहले जालंधर से हिमाचल के पहाड़ दिखने की तस्वीरें काफी वायरल हुई थीं. 


DA पर कैंची: 1.20 लाख करोड़ की होगी बचत, मजबूत होगा सरकारी खजाना


बीते मार्च महीने में मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को एक तोहफा दिया था. दरअसल, सरकार ने अपने केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी के लिए महंगाई भत्ते में चार फीसदी का इजाफा कर दिया.


इस बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों को 17 की बजाए 21 फीसदी महंगाई भत्ता मिलने की उम्मीद थी. लेकिन अब सरकार ने इस बढ़ोतरी पर रोक लगा दी है. ये रोक जुलाई 2021 तक के लिए लागू है. मतलब ये कि अब केंद्रीय कर्मचारी या पेंशनभोगी को करीब 18 महीने तक सिर्फ 17 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता मिलेगा.


महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी को रोकने के इस कदम से केंद्र सरकार को चालू वित्त वर्ष 2020-21 और अगले वित्त वर्ष 2021-22 में कुल मिलाकर 37,530 करोड़ रुपये की बचत होगी. आमतौर पर इस मामले में राज्य सरकारें भी केंद्र सरकार का अनुसरण करतीं हैं. अगर राज्य सरकारें भी जुलाई 2021 तक महंगाई भत्ते की बढ़ी दर पर भुगतान नहीं करती हैं तो उन्हें 82,566 करोड़ रुपये तक की बचत होगी. कुल मिलाकर केंद्र और राज्यों के स्तर पर इससे 1.20 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी.


कितने लोगों पर पड़ेगा असर?


सरकार के इस फैसले का असर करीब 48 लाख केंद्रीय कर्मचारी और 65 लाख पेंशनर्स पर पड़ने की आशंका है. हालांकि, कोरोना संकट से जूझ रहे देश के सरकारी खजाने को राहत मिल सकती है. इस फैसले से सरकारों को राजस्व के संग्रह में आ रही कमी के संकट से जूझने में मदद मिलेगी.


कोरोना वायरस पॉजिटिव केस वाला व्यक्ति ठीक होकर लौटा घर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों और कर्मचारियों ने फुलों की वर्षा कर और तालियां बजाकर सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज किया मरीज को

तरावड़ी निवासी महिला की भी एक रिपोर्ट आई नेगटिव, सैैक्टर 7 निवासी को अभी 14 दिन तक रहना होगा घर में क्वारंटाईन, अभी 14 दिन तक सैक्टर 7 को रखा जाएगा कंटेनमैंट जोन में, कुरुक्षेत्र में 648 में से 617 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव



कुरुक्षेत्र 23 अप्रैल कुरुक्षेत्र में कोरोना वायरस वाला पॉजिटिव केस ठीक होकर अपने घर लौट गया है। इस व्यक्ति को अभी भी 14 दिन तक घर में ही क्वारंटाईन रहना पड़ेगा। इस व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ, डिप्टी सीएमओ, चिकित्सकों और कर्मचारियों ने उत्साह और खुशी के साथ एलएनजेपी अस्पताल से डिस्चार्ज कर घर भेज दिया है। यह कुरुक्षेत्र शहर के लिए एक अच्छी खबर है। इतना ही नहीं तरावड़ी निवासी महिला जिसका सैम्पल कुरुक्षेत्र से लिया गया था, उसकी भी रिपोर्ट नेगटिव आई है, लेकिन इस महिला के एक सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। अहम पहलु यह है कि स्वास्थ्य विभाग की गाईड लाईन के अनुसार सैक्टर 7 के क्षेत्र को अभी भी 14 दिनों तक कंटेनमैंट जोन में रखा जाएगा।

वीरवार को देर सायं उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा के आदेशानुसार सैक्टर 7 निवासी की सभी रिपोर्ट नेगटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर मरीज को ठीक होने पर बधाई दी और सभी ने फुलों की वर्षा करके तथा तालियां बजाकर एलएनजेपी अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। यह व्यक्ति खुशी-खुशी के साथ अपने घर सैक्टर 7 में पहुंच गया है। उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने बातचीत करते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र वासियों के लिए एक खुशी की बात है कि कुरुक्षेत्र सैक्टर 7 से जिस व्यक्ति का सैम्पल कोरोना पॉजिटिव आया था, उसकी सभी रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है, इसलिए इस व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। लेकिन आईसीएमआर की गाईड लाईंस के अनुसार इस व्यक्ति को अभी भी 14 दिन के लिए घर में क्वारंटाईन रखा जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्टï किया सैक्टर 7 कंटेनमैंट जोन पर अभी भी सभी प्रकार की पाबंदिया बनी रहेगी और आगामी 14 दिनों तक किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि तरावड़ी निवासी जिस महिला को कुरुक्षेत्र के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया था और वहां से सैम्पल लिया गया था जो कि पॉजिटिव आया था, इस महिला का भी 21 अप्रैल को जो सैम्पल लिया गया था, उसकी रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है। इस महिला की एक सैम्पल की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि इन लोगों ने फ्रंट पर आकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लडऩे का काम किया है और इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। इस मौके पर सीएमओ डा. सुखबीर सिंह, डिप्टी सीएमओ सुदेश सहोता, डिप्टी सीएमओ डा. एनपी सिंह, डिप्टी सीएमओ डा. अनुपमा सैनी, डा. गौरव, डा. अमित कुमार सहित अन्य चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ के सदस्य उपस्थित थे।

Wednesday, April 22, 2020

इस साल नहीं होगी अमरनाथ यात्रा, कोरोना के चलते लिया गया फैसला


अमरनाथ यात्रा के रास्ते में 77 कोरोना रेड जोन


जम्मू-कश्मीर के एलजी और श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड के चेयरमैन गिरीश चंद्र मुर्मू की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि पूरी कश्मीर घाटी में जहां-जहां से होकर अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालु गुजरते हैं वहां 77 कोरोना रेड जोन हैं. इसकी वजह से लंगरों की स्थापना, मेडिकल सुविधाएं, कैंप लगाना, सामानों की आवाजाही, रास्ते पर पड़े बर्फ को हटाना संभव नहीं है


ऑनलाइन दर्शन देंगे बाबा बर्फानी


बोर्ड की मीटिंग में यह भी तय किया गया कि बोर्ड इस संभावना की भी तलाश करेगा कि पूजा और शिवलिंग दर्शन को दुनिया भर में फैले बाबा के भक्तों तक ऑनलाइन पहुंचाया जाए. अमरनाथ यात्रा हर साल जून के महीने में शुरू होती है और करीब 2 महीने तक लाखों की तादाद में श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होते हैं. कश्मीर के इतिहास में पहली बार होगा जब अमरनाथ यात्रा को कैंसिल करना पड़ा है.


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कुरुक्षेत्र में 613 में से 537 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव:सुखबीर


कुरुक्षेत्र 22 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 613 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 537 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने बुधवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2331 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 18 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। इस जिले में एक व्यक्ति को एलएनजेपी और एक व्यक्ति को आदेश मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 613 सैम्पलों में 537 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 74 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

फोटो कैप्शन- फोटो नम्बर 12

Tuesday, April 21, 2020

‘ई-मार्केट-कुरुक्षेत्र’ पर एक क्लिक से घर बैठे मिलेगी हर सेवा छह श्रेणी की सेवाओं को किया पंजीकृत, करियाना, दूध-बेकरी से लेकर दवाइयों की होगी होम डिलीवरी


हर रोज 300 से 500 लोग उठा रहे ई-मार्केट कुरुक्षेत्र एप का फायदा


कुरुक्षेत्र 21 अप्रैल: लॉकडाउन में  ई-मार्केट-कुरुक्षेत्र पर एक क्लिक से शहरवासियों को हर बैठे हर सेवा उपलब्ध हो रही है। ई-मार्केट पर करियाना से लेकर दूध व दवाइयां जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं सीधे अब घर के द्वार पर पहुंच रही हैं। इसके लिए केवल आपको अपने मोबाइल में ई-मार्केट एप को डाउनलोड करना होगा।

उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना वायरस से आमजन की सुरक्षा कर रहा है। लिहाजा लॉकडाउन की अवधि में शहरवासी को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, इसको लेकर एनआइसी की ओर से ई-मार्केट एप इजाद किया गया है। इस एप के जरिये शहरवासी तक सुगमता के साथ हर वस्तु की होम डिलीवरी हो रही है, वह भी मनपंसद दुकानदार से, जिससे वह अपने जरूरत का सामान खरीदता है। बशर्ते दुकानदान की ओर से ई-मार्केट कुरुक्षेत्र पर पंजीकरण करवाना होगा, तभी इस सुविधा को देने के लिए वह पंजीकृत होगा।

ई-मार्केट कुरुक्षेत्र के जरिये शहरवासी सबसे ज्यादा करियाना का सामना मंगवा रहे हैं। इसके बाद मेडिकल सुविधाओं का लाभ उठाया जा रहा है। यही नहीं स्कूलों का सत्र शुरू होने के बाद घरों तक एप के जरिये किताबें भी पहुंच रही हैं। करियाना की दुकानों से 350 से ज्यादा लोग सामान मंगवा रहे हैं तो 100 से ज्यादा लोगों के घरों में एप के जरिये दूध की सप्लाई हो रही है। 300 के करीब मेडिकल सुविधाओं का फायदा उठा रहे हैं। 10 लोग इलेक्ट्रिशियन व अन्य संबंधित काम करवा चुके हैं। 230 से ज्यादा लोग किताबों का आनलाइन आर्डर कर चुके हैं। हर रोज 150 से ज्यादा घरों में एप के जरिये फल व सब्जी भी पहुंच रही है।

ई-मार्केट कुरुक्षेत्र पर जरूरी सामान से लेकर दवाइयां व पलंबर और इलेक्ट्रिशियन को शामिल किया गया है। इसमें करियाना का सामान, दूध व बेकरी सहित दवाइयों की दुकानों को जगह दी गई है। इसके अतिरिक्त फल व सब्जियां, किताबें और अंतिम श्रेणी में पलंबर, इलेक्ट्रिशियन, वाटर टैंक क्लीनिंग, एसी सर्विस, वाटर प्यूरिफाइ, कारपेंटर, कार, स्कूटर व बाइक रिपेयर की सेवा को शामिल किया गया है।

कुरुक्षेत्र में 554 में से 492 सैम्पल की रिपोर्ट आई नेगटिव:सुखबीर


कुरुक्षेत्र 21 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 554 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 492 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने मंगलवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2275 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 74 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। इस जिले में एक व्यक्ति को एलएनजेपी और एक व्यक्ति को आदेश मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 554 सैम्पलों में 492 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 60 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

फोटो कैप्शन-फोटो नम्बर 20

लॉकडाउन खत्म होने के बाद कितना परिवर्तन आएगा हमारी जिंदगी में ?


लॉकडाउन की वजह से लोग अपने ही घरों में कैद हैं। जो लोग कल तक चाय का कप धोने के लिए भी कामवाली बाई पर निर्भर रहते थे वे आज झाड़ू-पोंछा लगाने से लेकर खाना बना रहे हैं और बर्तन भी साफ कर रहे हैं। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि कोरोना वायरस ने लोगों को आत्मनिर्भर बना दिया है। अब सवाल कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बाद की जिंदगी का है। आइए समझते हैं कि कोरोना के बाद लोगों की जिंदगी कैसी होगी?


1. साफ-सफाई- कोरोना महामारी फैलने के बाद हमें साफ-सफाई की अहमियत समझ में आई है। मेट्रो की सीढ़ियों पर हाथ रखकर चलना, बालकनी की रेलिंग को छूना, लिफ्ट में एक कोने में जाकर टेक लेना, नाखून जबाना, नाक में उंगली करना जैसी आदतें हमारी दिनचर्या में शामिल थी जो अब धीरे-धीरे खत्म हो रही हैं। बैचलर्स को लेकर कहा जाता है कि वे साफ-सफाई से नहीं रहते, लेकिन कोरोना महामारी ने उन्हें भी बदल दिया है।


2. आत्म निर्भरता- बचपन से ही हमें मां-बाप से सीख मिलती है कि बेटा आत्म निर्भर बनो। लड़का हो या लड़की उसे घर-गृहस्थी का काम तो आना ही चाहिए, हालांकि कई लोग इन सब बातों को नहीं मानते। ऐसे लोग फिर होटल, टिफिन या फिर ऑनलाइन खाना डिलिवर करने वाली कंपनियों पर निर्भर रहते हैं, लेकिन लॉकडाउन ने यह बता दिया कि गृहस्थी का काम सीखना कितना जरूरी है। लॉकडाउन में सबसे अधिक परेशानी ऐसे लोगों को ही हो रही है।


3. जंक फूड से तौबा- सोशल मीडिया पर आपको तमाम ऐसे पोस्ट मिल जाएंगे जिनमें लिखा हुआ मिल जाएगा कि आपुन को समोसा मांगता है, आपुन को मोमोज मांगता है और आपुन को गोलगप्पे मांगता है। डॉक्टर्स ने हमेशा से जूंक और फास्ट फूड खाने से मना किया है। यह बात लॉकडाउन में साबित भी हो गई कि जंक फूड नहीं खाने से कोई बीमार नहीं पड़ता, बल्कि खाने के बाद बीमार जरूर हो सकता है। उम्मीद यही है कि लॉकडाउन खुलने के बाद फास्ट फूड से लोगों को कुछ खास लगाव नहीं रहेगा।


4. परिवार से लगाव- लॉकडाउन और कोरोना ने लोगों के पारिवारिक रिश्ते को मजबूत किया है। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है। जो लोग कल तक परिवार से दूर भाग रहे थे उन्हें भी आज परिवार की याद आ रही है। लॉकडाउन की वजह से लोगों को अपने बच्चों और परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिला है जिसका सुखद परिणाम भविष्य में देखने को मिलेगा। कोरोना खत्म होने के बाद लोगों के पारिवारिक रिश्तों में मजबूती देखने को मिलेगी।


5. भीड़-भाड़ से दूरी- लॉकडाउन के बाद इसकी पूरी संभावना है कि लोग भीड़-भाड़ वाले इलाके में जाने से ठीक उसी तरह परहेज करेंगे जिस तरह लॉकडाउन में कर रहे हैं। बाजार, मॉल और मेले में भी लोग जाएंगे लेकिन एक-दूसरे से एक तय दूरी का जरूर ख्याल रखेंगे और वैसे भी भीड़-भाड़ वाले इलाके से दूर रहना कोई बुरी बात नहीं है।


6. शॉपिंग खरीदारी में कटौती- कोरोना महामारी ने यह बात साबित कर दिया है कि इंसान फिजूलखर्जी बहुत ज्यादा करता है। ऐसा नहीं है कि लॉकडाउन में लोगों के खर्चे नहीं हो रहे हैं लेकिन कोरोना ने अनावश्यक खरीदारी पर लगाम जरूर लगा दिया है। इसे सीधे शब्दों में कहें तो पिछले दो महीने में शायद ही किसी ने नए कपड़े खरीदे होंगे। एक बात और ध्यान देने वाली है कि जब हम किसी शॉपिंग मॉल में जाते हैं तो हम उन चीजों को भी खरीद लेते हैं जिनकी हमें कुछ खास जरूरत नहीं होती है। ऐसे में हमारा महीने का खर्च बढ़ जाता है लेकिन लॉकडाउन में इस पर लगाम लगा हुआ है।


 


 


 


 


महाराष्ट्र : अखबार वितरण को मिली अनुमति, कोर्ट ने उठाए थे प्रतिबंध के फैसले पर सवाल


बॉम्बे हाईकोर्ट की औरंगाबाद बेंच द्वारा महाराष्ट्र सरकार के अखबार वितरण पर प्रतिबंध के फैसले पर सवाल उठाने के बाद राज्य सरकार ने अपने फैसले में बदलाव किया है। राज्य सरकार ने अब मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्र, पुणे मेट्रोपोलिटन क्षेत्र और कोविड-19 कंटेनमेंट क्षेत्रों के अलावा बाकी स्थानी पर डोर-टू-डोर अखबार वितरण को अनुमति दे दी है। हालांकि, समाचार पत्र वितरक को मास्क का इस्तेमाल करना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे मानकों का पालन करना होगा। 
वहीं, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ने भी मंगलवार को सरकार के इस फैसले के खिलाफ नोटिस भेजा था। नोटिस में इस मुद्दे पर चिंता जताते हुए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया था। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने शनिवार को अखबारों की डोर-टू-डोर डिलिवरी पर प्रतिबंध लगा दिया था। पीसीआई के एक बयान के मुताबिक इस नोटिस में कहा गया है कि राज्य सरकार का यह फैसला केंद्र के उस निर्देश का पालन नहीं करता है जिसमें प्रिंट मीडिया के संचालन को अनुमति दी गई है।


कोर्ट ने कहा, अखबार वितरण पर प्रतिबंध समझ से परे
कोर्ट के आदेश में कहा गया है, 'यह भी समझ से परे है कि राज्य सरकार दुकान और स्टॉल से अखबार खरीदने की अनुमति दे रही है, फिर अखबार वितरण को अनुमति क्यों नहीं। लोगों को अखबार खरीदने की अनुमति देकर सरकार उन्हें लॉकडाउन के दौरान घर से निकलने का एक बहाना दे रही है। डोर-टू-डोर अखबार वितरण से यह सुनिश्चित होगा कि कम से कम इस कारण से लोग घर से बाहर नहीं निकलेंगे।'


अदालत ने कहा, यद्यपि, ऑनलाइन अखबार मौजूद हैं लेकिन कई लोगों के लिए उनका उपयोग करना संभव नहीं है क्योंकि या तो वह तकनीक से परिचित नहीं हैं या कागज पर ही खबरें पढ़ने के आदी हैं। 


 


Monday, April 20, 2020

कुरुक्षेत्र में 536 में से 489 सैम्पल की रिपोर्ट नेगटिव:सुखबीर

 

कुरुक्षेत्र 20 अप्रैल जिला सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अब तक कोरोना वायरस की जांच के लिए 536 सैम्पल लिए जा चुके है। इन सैम्पलों में से 489 सैम्पलों की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और इस जिले के 2 पॉजटिव केसों में 22 व 23 अप्रैल को फिर से सैम्पल लिए जाएंगे।

सिविल सर्जन डा. सुखबीर सिंह ने सोमवार को देर सायं जारी एक हेल्थ बुलेटिन में कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में दिसम्बर माह से लेकर अब तक कुल 2349 लोग आए है, इन सभी लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की निगरानी रही है। इनमें से 2273 लोग स्वास्थ्य विभाग की एडवाईजरी के अनुसार 28 दिन का समय चक्र पूरा कर चुके है और 76 लोगों को घरों में ही क्वारंटाईन किया गया है। इस जिले में एक व्यक्ति को एलएनजेपी और एक व्यक्ति को आदेश मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में इलाज के लिए रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस की जांच के लिए इस जिले से अब तक 536 सैम्पलों में 489 की रिपोर्ट नेगटिव आ चुकी है और 45 सैम्पलों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है।

देशभर में संक्रमितों की संख्या 17265 हुई, अब तक 543 लोगों की मौत


देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1553 नए मामले सामने आए हैं और 36 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 17,265 हो गई है, जिसमें 14,175 सक्रिय हैं, 2547 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 543 लोगों की मौत हो गई है। आज गुजरात में 108, आंध्र प्रदेश में 75, राजस्थान में 17 और कर्नाटक में पांच नए मामले सामने आए हैं।  वहीं, लॉकडाउन के बीच आज से राज्यसभा और लोकसभा सचिवालय समेत देश के सभी सरकारी विभागों में आंशिक रूप से कामकाज शुरू हो गया है।


Saturday, April 18, 2020

युद्ध में जाने से पहले 'राम' और 'रावण' ने मिलाया था हाथ, देखिए 30 साल पुरानी ये तस्वीर


दूरदर्शन पर प्रसारित हुए रामायण के आज के एपिसोड में बुराई पर अच्छाई की जीत हो चुकी है। भगवान राम ने रावण का वध कर दिया है। सुबह से ही सोशल मीडिया पर #रामायण ट्रेंड कर रहा है। भगवान राम और रावण का युद्ध रामायण का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। ऐसे में लोगों ने बड़े ही चाव से इसे देखा।


इस बीच रामायण में राम और रावण का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल और अरविंद त्रिवेदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह तस्वीर शायद राम-रावण का युद्ध सीक्वेंस शूट करने से पहले का है। जिसमें दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाते हुए दिखाई दे रहे हैं।


सोशल मीडिया पर दोनों की ये तस्वीर खूब पसंद की जा रही है।  एक ने लिखा- रामायण के शूटिंग के दौरान पर्दे के पीछे की ये तस्वीर मनोरम है।



अब तक आपने रामायण में देखा भगवान राम और रावण के बीच घमासान युद्ध चला, राम जैसे ही रावण के शीश काटते एक नया शीश रावण के पास आ जाता। राम ने रावण के दस सिरों और भुजाओं में दस-दस बाण मारे लेकिन वे फिर वापस आ गए। इसके बाद विभीषण ने भगवान श्रीराम को रावण के नाभि में मौजूद अमृत के बारे में बताया और उस पर प्रहार करने को कहा। इसके बाद ही रावण का अंत संभव हो सका।


रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में लंकापति रावण का रोल निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने खासी लोकप्रियता बटोरी थी। रावण के रोल ने उन्हें इस कदर सफलता की बुलंदियों पर पहुंचाया कि लोग उन्हें असल जिंदगी में रावण समझने लगे थे। 


 


Zoom की सिक्योरिटी से है डर तो ट्राई करें ये 8 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप


जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप को लेकर सरकार ने चेतवानी दी है। गृह मंत्रालय ने कहा है कि जूम एप सुरक्षित नहीं है और इसके जरिए महत्वपूर्ण जानकारी हैकर्स तक पहुंच सकती है। भारत सरकार के अलावा अमेरिका जैसे कई देशों में ने भी जूम एप के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। गूगल ने भी अपने कर्मचारियों को जूम एप इस्तेमाल ना करने की सलाह दी है। तो अब सवाल यह है कि जूम एप के अलावा और कौन-कौन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप हैं जिनसे ग्रुप वीडियो कॉलिंग हो सकती है, मीटिंग हो सकती है और प्राइवेसी का खतरा ना हो? आइए जानते हैं ऐसे छह एप्स के बारे में...


1. Meet Now- माइक्रोसॉफ्ट स्काइप में मीट नाउ एप से आप आराम से वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं। मीट नाउ का फायदा यह है कि इसके जरिए वे लोग भी वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं जिनके पास स्काइप अकाउंट नहीं है। इसमें कॉल रिकॉर्डिंग, म्यूट और अनम्यूट माइक्रोफोन जैसे फीचर्स मिलते हैं। आप मीट नाउ पर 30 दिनों तक की रिकॉर्डिंग कर सकते हैं। इसमें आप प्रेजेंटेशन भी दे सकते हैं।
2. Cisco WebEx- WebEx पर एक साथ 50-100 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग की जा सकती है। खास बात यह है कि इसमें वीडियो कॉलिंग के लिए अनलिमिटेड समय मिलता है।
3. StarLeaf- स्टारलीफ से भी आप आसानी से वीडियो मीटिंग कर सकते हैं। स्टारलीफ एप पर अधिकतम 20 लोगों वीडियो कॉलिंग में शामिल हो सकते हैं। इस एप के लिए आपको कोई पैसे भी नहीं देने हैं।
4. Jitsi Meet- Jitsi एक ओपन सोर्स प्रोजेक्ट है जिस पर आप अधिकतम 75 लोगों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं। खास बात यह है कि इसमें बैकग्राउंड को ब्लर करने की भी सुविधा है। इसमें स्लैक, गूगल कैलेंडर और ऑफिस 365 का भी सपोर्ट है।
5. Whereby- इसके साथ खास बात यह है कि आपको ना एप डाउनलोड करना है और ना ही लॉगिन करना है। आप सीधे अपने फोन के ब्राउजर में  whereby.com टाइप करके वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं। इसमें 50 लोग एक साथ मीटिंग में शामिल हो सकते हैं।
6. Google Meet- गूगल मीट को पहले हैंगआउट मीट के नाम से जाना जाता था लेकिन अब इसका नाम गूगल मीट हो गया है। इसमें एक साथ 49 लोग शामिल हो सकते हैं। वहीं जी सूट इंटरप्राइज यूजर्स एक साथ 250 लोगों के साथ मीटिंग कर सकते हैं।
7. Signal- सिग्नल एक काफी सिक्योर प्राइवेट मीटिंग एप है। खास बात यह है कि इस पर एडवर्ड स्नोडेन पर भी भरोसा करते हैं। यह एक फ्री एप है और इसमें स्केच, क्रॉप, फ्लिप और अन्य इमेज एडिटिंग फीचर्स हैं।
8. Microsoft Meet- माइक्रोसॉफ्ट मीट के जरिए 250 लोगों के साथ मीटिंग कर सकते हैं। इसमें आप मीटिंग को शिड्यूल भी कर सकते हैं।


 


Thursday, April 16, 2020

सरकार ने दी राहत, लॉकडाउन की वजह से 15 मई तक करें हेल्थ-कार बीमा प्रीमियम जमा



  • 3 मई से अंतिम भुगतान के समय को बढ़ाकर 15 मई कर दिया गया है

  • इस अवधि में अगर कोई क्लेम बनता है तो उसका भी भुगतान मिलेगा


कोरोना वायरस महामारी की वजह से केंद्र सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत दी है. देशभर में लॉकडाउन को देखते हुए सरकार ने थर्ड पार्टी मोटर बीमा और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी धारकों को प्रीमियम जमा करने के लिए मोहलत दी है.


दरअसल, वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर बताया है कि स्वास्थ्य और मोटर बीमा पॉलिसियों के रिनुअल की तारीख 25 मार्च से 3 मई के बीच थी, जिसे अब बढ़ाकर 15 मई कर दिया गया है. यानी अगर आप प्रीमियम जमा करने में फिलहाल सक्षम नहीं है तो 15 मई तक करा सकते हैं.


रामायण में लव-कुश का किरदार निभाकर मशहूर हुए थे ये बाल कलाकार, जानिए अब कहां हैं ये दोनों


रामानंद सागर की 'रामायण' (Ramayan) के दोबारा प्रसारण से वो कलाकार फिर से लाइमलाइट में आ गए हैं जिन्होंने इस पौराणिक सीरियल में अहम भूमिका निभाई थी। जल्द ही इस सीरियल में राम के द्वारा रावण का वध और फिर लव कुश की एंट्री दिखाई जाएगी। इस शो में राम और सीता के किरदार को अरुण गोविल और दीपिका चिलखिया ने निभाया था। वहीं उनके बच्चों का किरदार दो मराठा बाल कलाकारों ने निभाया था। ये बाल कलाकार अब बड़े हो गए हैं। आगे की स्लाइड में जानिए ये बाल कलाकार अब कहां हैं और क्या करते है 



लव की भूमिका स्वपनिल जोशी और कुश का किरदार मयूरेश क्षत्रदे ने निभाया था। इस शो को बने हुए 33 साल हो चुके हैं और ये दोनों बाल कलाकार अब बड़े हो चुके हैं। इनमें से एक मराठी सिनेमा का लोकप्रिय अभिनेता बन गया है और दूसरा विदेश में बड़े पद पर काम कर रहा है।


लव की भूमिका निभाने वाले स्वपनिल बड़े होने पर कई सीरियल में काम कर चुके हैं। इन सीरियल्स में 'अमानत', 'दिल विल प्यार व्यार', 'हद कर दी', 'भाभी', 'देश में निकला होगा चांद', 'हरे कांच की चूड़ियां' शामिल हैं। टेलीविजन के अलावा स्वपनिल फिल्मों में भी सक्रिय हैं। इन फिल्मों में 'गुलाम-ए-मुस्तफा', 'मितवा', 'वेलकम जिंदगी' और 'तू ही रे' हैं। 



कुश का किरदार निभाने वाले मयूरेश की बात करें तो वो इस वक्त न्यू जर्सी में हैं। ये एक प्राइवेट कंपनी के अध्यक्ष और सीईओ के पद पर हैं। इससे पहले भी मयूरेश ने कई कंपनियों में प्रबंध निदेशक का पद संभाला है। आपको बता दें, 'रामायण' के दोबारा प्रसारण के बाद डीडी नेशनल की टीआरपी में इजाफा हुआ है। 


 


Monday, April 6, 2020

कुरुक्षेत्र में हर जगह अंधेरें में नजर आया दीपक का प्रकाश जुडेगा इतिहास के नए अध्याय में


कुरुक्षेत्र 6 अप्रैल। कुुरुक्षेत्र की हर गली-कूचे से अंधकार में से दीपक का प्रकाश नजर आ रहा था। इस प्रकाश को महाप्रकाश बनाने के लिए कुरुक्षेत्र के मंत्रीगण, सांसद, विधायक, अधिकारिगण के साथ-साथ आम नागरिक एक सूत्र में बंधे हुए नजर आएं। इन क्षणों को ऐतिहासिक बनाने के साथ-साथ कोरोना वायरस को मिटाने के लिए   कुरुक्षेत्र एक मंच पर एकजुट नजर आया। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की एक छोटी से अपील से जहां पूरा देश, प्रदेश और कुरुक्षेेत्र दीपों की माला में पिरोया हुआ नजर आया, वहीं लोगों ने अपने-अपने घरों के बाहर हाथों में दीपक जलाकर संकल्प भी लिया कि 14 अप्रैल तक अपने-अपने घरों में रहकर कोरोना वायरस को हरियाणा प्रदेश से ही नहीं देश से मिटाने का काम करेंगे। इस संकल्प से सरकार को एक आशा की किरण नजर आई। 


विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि हर व्यक्ति ने अपने घर के सामने दीपक जलाकर सरकार के लिए आशा की एक नई रोशनी दिखाने का काम किया। इससे कोरोना वायरस से लडाई लडने में ताकत मिलेगी, दीपक की रोशनी से ही कोरोना वायरस के अंधकार को खत्म कर पाएंगे। इस समय थानेसर हल्का के लाखों लोगों का सहयोग सरकार और प्रशासन को मिल रहा है, इसलिए थोडा सा और सयंम रखते हुए लॉकडाउन की पालना करें। 


कोरोना वायरस की वजह से घर में हैं कैद तो रोजाना जरूर करें ये काम


कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में इस समय लॉकडाउन है. ज्यादातर लोग इस समय वर्क फ्रॉम होम यानी घर से काम कर रहे हैं. बाहर ना निकल पाने की वजह से लोगों को सूरज की रोशनी नहीं मिल पा रही है. शीशे की खिड़की से आने वाली धूप में विटामिन डी नहीं होती है क्योंकि शीशे की वजह से धूप से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें हमारे शरीर तक नहीं पहुंच पाती है. ये अल्ट्रावायलेट किरणें ही हमारे शरीर में विटामिन डी बनाती हैं. वैसे भी भारतीय लोगों में विटामिन डी का स्तर कम होता है. इसलिए, यह जरूरी है कि हम अन्य तरीकों से इस विटामिन की कमी को पूरा करें.


डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना वायरस जैसे वायरल रोगों से लड़ने में हमारी इम्यूनिटी एक प्रमुख भूमिका निभाती है और विटामिन डी उन जरूरी विटामिन में से एक है जो इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करता है.


जब सूरज की रोशनी से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणें हमारी त्वचा पर पड़ती हैं तो शरीर में विटामिन डी बनने की प्रक्रिया शुरू होती है. विटामिन डी बहुत कम खाद्य पदार्थों में पाया जाता है. इसलिए इस कमी को पूरा करने के लिए लोग धूप का ही सहारा लेते हैं.विटामिन डी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए हमें प्रतिदिन लगभग 10 से 50 मिनट तक सूरज की रोशनी में रहने की जरूरत होती है. शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट की जरूरी मात्रा को बनाए रखने के लिए भी विटामिन डी की जरूरत पड़ती है. 


डॉक्टर्स का कहना है कि चूंकि हम एक महामारी से लड़ रहे हैं, इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है कि हमें सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की साफ-सफाई के अलावा हमें खुद को स्वस्थ भी रखना चाहिए. अगर हम किसी तरह वायरस शिकार हो भी जाते हैं तो हमारा शरीर इससे लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए.घर में रहते हुए खान-पान के जरिए विटामिन डी की कमी को पूरा किया जा सकता है. अपने खाने में उन चीजों को शामिल करें जिनमें विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता हो. 


 हर दिन एक गिलास गाय का दूध पिएं. दलिया भी विटामिन डी का एक अच्छा स्रोत है. इसके अलावा आप अपनी बालकनी या छत पर जाकर थोड़ी देर के लिए धूप भी ले सकते हैं. 


दुनिया जिसे देश तक नहीं मानती, वही जीत रहा है कोरोना वायरस से जंग !



दुनिया के अधिकतर देश कोरोना वायरस की त्रासदी से गुजर रहे हैं. कोरोना वायरस के खतरे को नजरअंदाज करने की वजह से कुछ देश बुरी तरह इसकी चपेट में आ गए हैं, जबकि कुछ देश अपनी सक्रियता और सूझ-बूझ के दम पर इसे अपने नियंत्रण में कर लिया है. 25 जनवरी को जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से सामने भी नहीं आया था, चीन के बाहर सिर्फ दो देशों में संक्रमण के मामले सामने आए थे. ये देश थे- ऑस्ट्रेलिया और ताइवान.



इसका मतलब ये नहीं है कि ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस से निपटने में गलतियां कीं क्योंकि 20 देशों में संक्रमण के इससे कहीं ज्यादा मामले हैं. लेकिन जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस को रोकने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, ताइवान का कोरोना वायरस पर जीत हासिल करना हैरान करने वाला है.



जब 2003 में सीवियर एक्यूट रिस्पिरेटरी सिंड्रोम (सार्स) की महामारी आई थी तो चीन और हॉन्ग कॉन्ग के अलावा ताइवान सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ था. दक्षिण-पूर्वी चीन के समुद्री तट से 180 किमी दूर इस द्वीप पर डेढ़ लाख लोगों को क्वारंटीन किया गया था और 181 लोगों की मौत हो गई थी.



हालांकि, मौजूदा कोरोना वायरस के सामने मार्स और सार्स की महामारी कुछ भी नहीं थी लेकिन लोगों के मन में वो पुरानी यादें ताजी हो गईं. दुनिया के बाकी देशों की तुलना में ताइवान की सरकार और आम जनता दोनों ने ही कोरोना वायरस के खतरे को बेहद गंभीरता से लिया.



जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA) की रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान में स्वास्थ्य सुविधाएं विश्वस्तरीय हैं. कोरोना वायरस फैलने की खबर के साथ ही ताइवान में सार्स से निपटने के लिए बनाए गए नेशनल हेल्थ कमांड सेंटर (एनएचसीसी) के अधिकारी सक्रिय हो गए. एनएचसीसी ने कोरोना के खतरे के खिलाफ तुरंत कदम उठाने शुरू कर दिए.



जब बाकी देश कोरोना के खिलाफ किसी तरह के ऐक्शन लेने को लेकर उधेड़बुन में ही थे, ताइवान ने कोरोना से युद्ध स्तर पर लड़ना शुरू कर दिया था. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की एक स्टडी के मुताबिक, चीन से भौगोलिक नजदीकी और व्यापारिक संबध को देखते हुए ताइवान सबसे ज्यादा खतरे में था लेकिन इसने खुद को सुरक्षित कर लिया.



ताइवान की सरकार ने 2003 के सार्स महामारी से सबक सीखा और नए संकट से निपटने के लिए एक मजबूत मैकेनिजम तैयार कर रखा था. नेशनल हेल्थ कमांड सेंटर के प्रशिक्षित और अनुभवी अधिकारियों ने कोरोना वायरस से आने वाले संकट को पहचानने में बिल्कुल देरी नहीं की और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तुरंत कदम उठाए.



ताइवान अब इतनी मजबूत स्थिति में आ गया है कि उसने घरेलू आपूर्ति के लिए फेस मास्क के निर्यात पर लगे बैन को हटा दिया है. ताइवान की सरकार ने बुधवार को कहा कि वह यूएस, इटली, स्पेन, 9 यूरोपीय देशों समेत ताइवान के साथ कूटनीतिक संबंध रखने वाले छोटे-छोटे देशों को 1 करोड़ मास्क दान करेगी. ताइवान से बाकी देशों ने सबक क्यों नहीं लिया? कई विश्लेषकों का कहना है कि ताइवान विश्व स्वास्थ्य संगठन का सदस्य नहीं है जिससे उसकी आवाज बाकी देशों तक नहीं पहुंच सकी. चीन ताइवान को अपने क्षेत्र का अभिन्न हिस्सा मानता है और तमाम अंतरराष्ट्रीय संगठनों में इसकी भागेदारी को रोकता है. ताइवान तभी किसी विश्व स्तरीय आयोजन में हिस्सा ले सकता है, जब तक उससे वन चाइना पॉलिसी का उल्लंघन ना होता हो.










लॉकडाउन के दौरान टैस्टिंग लैबोट्ररी को भी खोलने की दी सरकार ने दी इज्जात-उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा


अंतर्राज्जीय सीमाओं में जाने वाले ट्रकों में एक ड्राईवर और एक अतिरिक्त व्यक्ति को साथ ले जाने की दी छुट, लॉकडाउन के आदेशों की पालना करनी जरूरी


कुरुक्षेत्र 6 अप्रैल । उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि भारत सरकार के गृह सचिव के आदेशानुसार अब लैबोट्ररी को भी लॉकडाउन से छुट दे दी गई है। इन टैस्टिंग लैबोट्ररी(निजी लैबोट्ररी सहित) को कोविड-19 सैम्पल के लिए खोलने की इज्जात दी गई है। इतना ही नहीं सरकार के आदेशानुसार आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के लिए अंतर्राज्जीय सीमाओं में जाने वाले ट्रकों में एक ड्राइवर के साथ एक अन्य व्यक्ति को भी साथ जाने की छूट दे दी गई है, लेकिन इन ट्रकों के पास प्रशासन द्वारा जारी पास का होना जरूरी है। 

  उन्होंने आज यहां बातचीत करते हुए कहा कि भारत सरकार के आदेशानुसार लैबोट्ररी को लॉकडाउन से छूट दे दी गई है और कोविड-19 के सभी सैम्पल विभिन्न कोलेक्शन सैंटर से एकत्रित किए जाएंगे। इन सभी सैम्पल को एकत्रित करने के बाद सम्बन्धित क्षेत्र की मुख्य लैबोट्ररी में जांच के लिए भेजे जाएंगे। इन लैबोट्ररी और कोलेक्शन सैंटर से सैम्पल एकत्रित करने वाले कर्मियों और उनके वाहन को भी लॉकडाउन से छूट दे दी गई है। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में अस्थायी आश्रयों और गरीब व जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन आदि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की है। प्रवासी लोग, जो अपने गृह राज्यों व गृह शहरों तक पहुंचने के लिये राज्य में आ गए थे, उन्हें मानक स्वास्थ्य प्रोटोकॉल के अनुसार न्यूनतम 14 दिनों के लिए उचित स्क्रीनिंग के बाद प्रदेश सरकार क्वारंटीन सुविधाओं द्वारा निकटतम चिन्हित परिसर में रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन अवधि के दौरान बंद रहे प्रतिष्ठानों के सभी नियोक्ता, चाहे वह उद्योगों के हों या दुकानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में, अपने श्रमिकों के वेतन का भुगतान उनके कार्य स्थलों पर, नियत तिथि पर, बिना किसी कटौती के करेंगे। 

उन्होंने कहा कि यह भी निर्देश दिये गए हैं कि उपरोक्त उपायों में से किसी के उल्लंघन के मामले में, प्रदेश सरकार, आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत आवश्यक कार्रवाई करेगी। इस लॉकडाउन के दौरान वाणिज्यिक एवं निजी संस्थान बंद रहेंगें परंतु खाद्य सामग्री से जुडी दुकानें जैसे ग्रोसरी, फल एवं सब्जी की दुकान, दूध उत्पाद की दुकान, पशु आहार, उर्वरक, बीज और कीटनाशक इत्यादि की दुकानों को निर्धारित समय अवधि तक खोलने की अनुमति दी गई। ऐसे दुकानदारों को उपभोक्ताओं के घर-घर पर होम डिलीवरी भी सुनिश्चित करने की सुविधा दें ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे है। इस अवधि के दौरान बैंक, बीमा कार्यालय, एटीएम, बैंकिंग कार्य, बैंकिंग कोरसपोडंस और नकद प्रबंधन एजेंसियों सहित प्रिंट व इलैक्ट्रोनिक मीडिया के अलावा सभी आवश्यक वस्तुओं जैसे फार्मास्यूटीकल, मैडीकल उपकरणों का ई-कामर्स के माध्यम से डिलीवरी को छूट रहेगी। इस अलावा, पैट्रोल पम्प, एलपीजी, गैस एजेंसी के स्टोरेज आऊटलेट इत्यादि को छूट रहेगी।


Coronavirus स्टेज 3: लॉकडाउन में ही रहना पड़ेगा, लंबी हो रही है कोरोना से लड़ाई

 


अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया का कहना है कि देश के कुछ स्थानों में कोविड-19 स्टेज-3 में पहुंच चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा के पांच गांवों को क्वारंटीन करके उनकी निगरानी की जा रही है। 


कोविड-19 की नियमित प्रेसवार्ता में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला ने भी लड़ाई लंबी चलने का संकेत दिया। देश में कोविड-19 के संक्रमितों की संख्या 4067 हो गई। इसमें 76 फीसदी पुरुष, 24 फीसदी महिलाएं, 47 फीसदी लोग 40 साल की उम्र से कम के हैं।


295 संक्रमित ठीक हुए हैं, तो 109 कोविड-19 के संक्रमण में जान गवां बैठे हैं। 24 घंटे के भीतर 13 लोगों की मौत का आंकड़ा चौकाने वाला है। दु:खद है कि कोविड-19 संक्रमण की संभावना में 25500 तब्लीगी जमात के लोग क्वारंटीन किए गए हैं।


1445 में संक्रमण फैलने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्रालय का यह आंकड़ा अब डरा रहा है। कोविड-19 का संक्रमण बढ़ रहा है।


लॉकडाउन लंबा चलेगा


 उत्तर प्रदेश सरकार के एक मंत्रालय के प्रमुख सचिव का कहना है कि उन्हें लॉकडाउन खत्म होने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है। सूत्र का कहना है कि 14 अप्रैल के बाद सही स्थिति का पता चलेगा, लेकिन वह मानकर चल रहे हैं, लॉकडाउन हटाने का समय नहीं आया है।

Thursday, April 2, 2020

सरकार ने लॉन्च किया Aarogya Setu, कोरोना वायरस के बारे में अलर्ट, ऐसे करें इस्तेमाल



तमाम लीक्स रिपोर्ट सामने आने के बाद भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर कोरोना वायरस या COVID-19 ट्रैकिंग एप आरोग्य सेतु (Aarogya Setu)  को लॉन्च कर दिया है। आरोग्य सेतु एप को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ मिलकर तैयार किया है।

आरोग्य सेतु एप को कोरोना वायरस के संक्रमित को रोकने के लिए उद्देश्य से बनाया गया है। आरोग्य सेतु एप लोगों को बताएगा कि आप किसी कोरोना संक्रमित शख्स के संपर्क में आए हैं या नहीं। इसके अलावा इस एप से आप यह भी पता लगा सकते हैं कि आपको कोरोना संक्रमण का कितना खतरा है।



आरोग्य सेतु एप को हिंदी, अंग्रेजी और मराठी समेत 11 भाषाओं में उपलब्ध है। इस एप में कोरोना वायरस के रोकथाम के भी तरीके बताए गए हैं। इसके अलावा यह एप आपकी लोकेशन और ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर बताएगा कि आपको कोरोना संक्रमण का खतरा है या नहीं।

एप को गूगल प्ले-स्टोर से डाउनलोड करने के बाद नाम और मोबाइल नंबर के साथ रजिस्टर करना होगा। इसके बाद भाषा का चुनाव करना होगा। एप को खोलते ही में एप बताएगा कि आपको कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा है या नहीं।



इस एप में नीचे स्क्रॉल करने पर स्वास्थ्य मंत्रालय का ट्वीट मिलेगा। ट्वीट का अपडेशन रियल टाइम में हो रहा है। डाटा प्राइवेसी को लेकर सरकार ने कहा है कि आरोग्य सेतु एप का डाटा पूरी तरह से एंक्रिप्डेट होगा।








अवैध तरीके से कुरुक्षेत्र की सीमा में प्रवेश करने वाले व्यक्ति के खिलाफ होगी कार्रवाई:धीरेन्द्र

जिलाधीश ने जारी किए जिले के चारों तरफ नाकाबंदी करने के आदेश, आदेशों की उल्लंघना करने पर दॉ पंजाब विलेज एंड स्माल टॉउन एंड पैट्रोल एक्ट 1918 की धाराओं के तहत होगी कार्रवाई,एडीसी वीणा हुड्डïा को नियुक्त किया नोडल अधिकारी,एटीएम में नगदी की उपलब्धता रखना सुनिश्चित करें बैंक अधिकारी



कुरुक्षेत्र 2 अप्रैल। जिलाधीश एवं उपायुक्त धीरेन्द्र खडगटा ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले की सीमा में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को अवैध तरीके से प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, कोई भी व्यक्ति अवैध तरीके से कुरुक्षेत्र की सीमा में प्रवेश करेगा  उसके खिलाफ दॉ पंजाब विलेज एंड स्माल टॉउन एंड पैट्रोल एक्ट 1918 की धाराओं 9 व 11 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 

जिलाधीश धीरेन्द्र खडगटा ने जारी आदेशों में कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया गया है। इस वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए सरकार द्वारा सम्पूर्ण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के आदेश जारी किए गए है। सरकार के इन आदेशों के बाद कोरोना वायरस के दुषप्रभाव को रोकने के लिए नागरिकों के जानमाल की सुरक्षा को ध्यान में रखने के लिए कुरुक्षेत्र जिले में सभी गांवों, कस्बों तथा शहरों में चारों तरफ नाकाबंदी की गई है और गांव में टीकरी पहरे लगाने के साथ-साथ शहर में पुलिस द्वारा नाकाबंदी की गई है। इस जिले की सीमाओं को पूर्णत्य सील कर दिया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति बिना अनुमति के बाहर ना जा सके। इस जिले में लॉकडाउन की अवहेलना किसी भी कीमत पर नहीं होने दी जाएगी। 

उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में पडने वाली सभी नहरों तथा नदियों पर सिंचाई विभाग द्वारा स्टॉफ की डयूटी लगाई जाएगी। इस जिले में अगर कोई भी अप्रिय घटना या फिर अनचाही गतिविधि होती है तो उसकी सूचना सीधा पुलिस स्टेशन पर दी जा सकती है। इसके अतिरिक्त अगर कोई भी संदिग्ध व्यक्ति अवैध तरीके से कुरुक्षेत्र जिले के किसी भी गांव की सीमा में प्रवेश करने की कोशिश करता है तो उसे पुलिस के हवाले किया जाए। उन्होंने जिला के सभी स्वस्थ्य नौजावानों की डयूटी दिन-रात लगाने के आदेश पारित किए है और सभी लोग अपने क्षेत्र में जानमाल की सुरक्षा एवं बचाव के लिए टीकरी पहरें देंगे ताकि कोई वारदात ना होने पाएं। इस कार्य को करवाने की जिम्मेवारी सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों डीडीपीओ की होगी। 

जिलाधीश ने कहा कि इन आदेशों की उल्लंघना करने वाले व्यक्ति के खिलाफ दॉ पंजाब विलेज एंड स्माल टॉउन एंड पैट्रोल एक्ट 1918 की धाराओं 9 व 11 के तहत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी को निर्देश दिए गए है कि 14 अप्रैल तक प्रतिदिन गांव के नम्बरदार व चौंकीदार से इस विषय में रिपोर्ट लेकर सीधा सरकार के पास भिजवाना सुनिश्चित करें। 

Coronavirus Haryana: प्रदेश में महामारी से पहली मौत, छह नए केस भी आए, अब 35 पॉजिटिव मरीज


कोरोना महामारी से गुरुवार को हरियाणा में पहली मौत हुई है। कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित अंबाला निवासी 67 वर्षीय शख्स ने पीजीआई चंडीगढ़ में दम तोड़ा। वहीं जिले में दो जमातियों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। दोनों को छावनी की टांगरी मस्जिद से उठाया गया था। इनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। इसलिए उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया है।


 

दूसरे को छावनी अस्पताल में ही आइसोलेट किया गया है। इसकी पुष्टि जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुलदीप सिंह ने की। हालांकि बुधवार को प्रदेश में कोरोना वायरस ग्रस्त का कोई नया पॉजिटिव के सामने नहीं आया था, लेकिन गुरुवार को हुई पहली मौत से सरकार की चिंता बढ़ गई है।

तीन मामले पलवल में और एक हिसार में सामने आया। 35 पॉजिटिव केसों में से 10 मरीज गुरुग्राम, 4 मरीज पानीपत, 5 फरीदाबाद, 4 सिरसा, 2 हिसार, 2 पंचकूला, 3 अंबाला, 4 पलवल व एक मरीज सोनीपत के हैं।


टिंबर मार्केट अंबाला छावनी निवासी रिटायर्ड सिंडिकेट बैंक कर्मी हरजीत सिंह को 31 मार्च की रात पीजीआई चंडीगढ़ भर्ती करवाया गया था। एक अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पीजीआई ने जारी की थी, जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए। हालांकि अभी तक उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं आई है, लेकिन बताया जा रहा है कि हरजीत सिंह दिल के मरीज थे। हरजीत सिंह के परिवार में उनकी पत्नी, उनका बेटा और पुत्रवधू और एक पौत्री है। पुत्रवधू पटियाला के बैंक में कार्यरत हैं।


लॉक डाउन से पहले लगातार जा रहे थे गुरूद्वारे
लॉक डाउन से पहले मृतक लगातार गुरुद्वारे में जा रहे थे। इसीलिए गुरुद्वारे में कौन-कौन उनके संपर्क में आया, सभी की जांच शुरू कर दी गई है। इतना ही नहीं गुरुद्वारा में सैनिटाइजेशन का काम भी शुरू कर दिया गया है।


Coronavirus: लॉकडाउन से घर में 'कैद' हुए बच्चे हो रहे तनाव का शिकार, विशेषज्ञों ने बताए ये उपाय

 


इस समय स्कूल, पार्क, चिड़ियाघर और म्यूजियम जैसी हर वे जगहें बंद हैं, जहां बच्चों को अपनी ऊर्जा और रचनात्मक कौशल दिखाने का मौका मिलता है। वे अपने दोस्तों के घर भी नहीं जा पा रहे। ऐसे में उनका तनाव बढ़ रहा है। इस तनाव से उनमें चिड़चिड़ाहट और उग्रता बढ़ती देखी जा रही है।


 उन्हें अपनी शारीरिक और मानसिक ऊर्जा निकालने का अवसर नहीं मिल रहा है, इसीलिए उनमें तनाव बढ़ रहा है। इसका असर उनमें ज्यादा क्रोध और झुंझलाहट के रूप में दिखाई पड़ रहा है। बच्चों की यह ऊर्जा सकारात्मक दिशा में मोड़ने की आवश्यकता है।


बच्चों को व्यस्त रखने के लिए निम्न उपाय अपनाए जा सकते हैं-



  • घर के माहौल में किया जा सकने वाला हल्का व्यायाम दिनचर्या में शामिल करें। इससे बच्चों के साथ ही बड़ों में तनाव कम होगा।

  • प्रतिदिन नाश्ते में कुछ बदलाव करने की कोशिश करें। इससे पौष्टिक खाने के प्रति उनका रुझान बना रहेगा।

  • व्यायाम और नाश्ते के बाद बच्चों की औपचारिक शिक्षा से जुड़ा उनके सिलेबस से जुड़ा कुछ पाठ अध्धय्यन के लिए अवश्य रखें। इससे बाद में स्कूल जाने पर उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

  • रूटीन पढ़ाई के बाद उनके साथ मिलकर कोई रचनात्मक खेल खेलें। कोशिश कर इनमें शारीरिक और मानसिक खेल जोड़ें। खेलों में प्रतिदिन बदलाव करते रहें।  शतरंज, लूडो और कैरम के अलावा खुद भी कोई नया खेल डिजाइन कर सकते हैं। गेम बनाने में खुद बच्चों का ही सहयोग लें। 

  • इंटरनेट को ज्ञान के खजाने की तरह इस्तेमाल करें। बच्चे की रूचि के अनुसार उसके विषय के प्रिय पात्रों के विषय में नई-नई जानकारी मिलकर खोजें। फिर बाद में एक क्विज आयोजित कर उन्हें ज्यादा से ज्यादा अंक पाने के लिए प्रेरित करें। जीतने पर उन्हें उनके मन मुताबिक पारितोषिक दें।

  • बच्चों के लिए आने वाली कहानी, चित्रकथा या विज्ञान की पत्रिकाओं से उनका मनोरंजन भी होगा और उनका ज्ञानवर्धन भी होगा। 


इन उपायों से बच्चों में रचनातमक कौशल बढ़ेगा और लॉकडाउन का तनाव उन पर भारी नहीं पड़ेगा। इस दौरान आपका साथ उनको भावनात्मक मजबूती देगा।

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