पहले से आर्थिक बदहाली से जूझ रहा पाकिस्तान अब आटे की कमी का सामना कर रहा है. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के कई राज्यों में लोगों को रोटियां नहीं मिल पा रही हैं. हालांकि, प्रशासन का दावा है कि आटा या गेहूं की कमी नहीं है और जानजूझकर संकट पैदा कर दी गई है.
बलूचिस्तान, सिंध, खैबर पख्तूनख्वाह और पंजाब में आटे की कमी हो गई है. काफी लोगों के पास रोटी की समस्या की वजह से सिर्फ चावल खाने का ही विकल्प है. आटे की कमी का असर ये हुआ है कि खैबर पख्तूनख्वाह में नान बनाने वाली कई दुकानें बंद करनी पड़ी हैं. आटे की कमी और दाम बढ़ने की वजह से नान तैयार करने वाले नानबाई हड़ताल पर चले गए हैं.
इमरान खान की सरकार ने राज्यों में आटे की किल्लत का संज्ञान लिया है. रॉयटर्स के मुताबिक, सोमवार को सरकार ने 3 लाख टन गेहूं के आयात को भी मंजूरी दे दी है. लेकिन पहला शिपमेंट आने में 15 फरवरी तक का वक्त लग सकता है.