चन्द्र ग्रहण यानि चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य का लाइन में आ जाना। इस स्थिति में पृथ्वी के कारण सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है। ऐसी स्थिति में पृथ्वी की पूर्ण या आंशिक छाया चंद्रमा पर पड़ती है। धार्मिक परंपराओं के अनुसार चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण को शुभ नहीं माना जाता हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक यह पूरी तरह से सामान्य घटना है। इस साल का पहला चंद्रग्रहण कल यानि 10 जनवरी को पड़ने जा रहा है। यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है, रात 10 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 जनवरी को सुबह 2 बजकर 42 मिनट तक चलेगा।
वैज्ञानिकों के लिए खगोलीय घटना, शास्त्रों में अशुभ घटना
एक खगोलीय घटना होने के कारण वैज्ञानिकों के लिए ग्रहण विशेष महत्व रखता है। वैज्ञानिक इस दौरान कई गणनाएं करते हैं। चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है। इसमें कोई परेशानी नहीं है। हालांकि, धार्मिक मान्यता के अनुसार चंद्रग्रहण को नंगी आंखों से देखना शुभ नहीं माना जाता है। गर्भवती महिलाओं को तो ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। शास्त्रों के अनुसार चंद्रग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए। भोजन करना, पूजा करना, कंघी करना, ब्रश करना, स्नान करना और घर से बाहर जाने से भी मना किया जाता है।