Wednesday, November 27, 2019

आस्ट्रेलिया में भी मार्च 2020 में होगा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव


विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विशेष प्रयासों से ही कुरुक्षेत्र की पहचान पूरे विश्व में बनी है अब कुरुक्षेत्र अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के कारण पूरी दुनिया में पहचान बना चुका है। इसलिए सरकार की तरफ से आस्ट्रेलिया में भी मार्च 2020 में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन का आयोजन किया जाएगा। इतना ही नहीं कनाडा में भी शीघ्र महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले सरकार के प्रयासों से मारीशस और इंग्लैंड में गीता महोत्सव का आयोजन किया जा चुका है। अहम पहलू यह है कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में गीता सेमीनार में 15 देशों के शोधार्थी और विद्वानजन शिरकत करने जा रहे हैं।


विधायक सुभाष सुधा ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का स्वरूप पिछले चार सालों से लगातार बड़ा स्वरूप ले रहा है। जहां गत वर्ष गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में 40 लाख लोगों ने शिरकत की, वहीं जिला मुख्यालयों पर भी तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इतना ही नहीं मारीशस और इंग्लैंड के लंदन में भी गीता महोत्सव का आयोजन कर शोभायात्रा निकाली गई। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ अब आस्ट्रेलिया में मार्च 2020 में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके बाद कनाडा में भी गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल लगातार बातचीत कर रहे है। इस महोत्सव का आयोजन अन्य देशों में भी किए जाने की योजना है।

विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने पवित्र ब्रहमसरोवर की महाआरती में लिया भाग


विधायक घनश्याम दास  अरोड़ा ने कहा कि पवित्र ब्रहमसरोवर की महाआरती से कर्म करने की शक्ति मिलती है, इस शक्ति से समाज सेवा में अपना योगदान दिया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को कर्म करने का संदेश लेने के लिए कुरुक्षेत्र की भूमि पर जरुर आना चाहिए।


वे बुधवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महाआरती में भाग लेने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, जिप चेयरमैन गुरदयाल सुनहेड़ी, केडीबी सदस्य रविन्द्र संागवान, राजेन्द्र परासर, डा. मधुदीप सिंह, महामंत्री सुशील राणा, अक्षरधाम दिल्ली के प्रमुख स्वामी जी महाराज, स्वामी मुनिवत्सल, स्वामी ज्ञान मंगल, गुरनाम मंगोली ने महाआरती में भाग लिया और भजन संध्या में भजनों का आनंद लिया। इस दौरान शंख की ध्वनि और मंत्रौच्चारण ने ब्रहमसरोवर को संगीतमय कर दिया।

 

महाराष्टï्र की तंदूरी चाय को लेकर पहुंचे लखनवी बाबू अनिल सिंह


अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में चाय पीने का शौक रखने वालों लोगों के लिए एक अच्छी खबर है, इस महोत्सव में पर्यटकों का स्वाद बढ़ाने के लिए महाराष्टï्र पुणे की तंदूरी चाय लेकर पहुंचे है उत्तर प्रदेश लखनऊ के रहने वाले अनिल सिंह। यह चाय जहां लोगों के स्वाद को बढ़ाएगी वहीं स्वास्थ्य को भी ठीक रखेगी, क्योंकि यह चाय किसी बर्तन में नहीं मिट्टïी के कुल्लड़ में सर्व की जा रही है।

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में तंदूरी चाय लेकर पहली बार पहुंचे लखनऊ निवासी अनिल सिंह ने स्टाल नम्बर 104 पर तंदूरी चाय रखी है, इस चाय की कीमत 30 रुपए प्रति कप रखी गई है। लखनऊ निवासी अनिल सिंह ने बातचीत करते हुए बताया कि तंदूरी चाय को तैयार करने के लिए सबसे पहले तंदूर को अच्छी तरह गर्म करके उसमें कुल्लड़ को गर्म किया जाता है और इस कुल्लड़ में फिर बनी हुई चाय डाली जाती है और यह चाय कुल्लड़ में उबाले लेती है, इसके पश्चात चाय को मिट्टी के छोटे कुल्लड़ में सर्व किया जाता है। इस चाय को सर्व करने में कुछ खर्चा होता है, जिसके कारण ही एक कप चाय की कीमत 30 रुपए रखी गई है। इस चाय का स्वाद बहुत अलग प्रकार का होता है और यह स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव नहीं डालती है।

उन्होंने कहा कि तंदूरी चाय बनाने का तरीका महाराष्टï्र पुणे के खरारी चौंक से सीखा और इस तरह की चाय सीखकर लखनऊ में लोगों को तंदूरी चाय पिला रहे है। उनकी चाय को उत्तर प्रदेश के साथ-साथ दिल्ली के प्रगति मैदान में भी खूब पंसद किया और यहां से अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के मेले के बारे जानकारी मिली। इस जानकारी के बाद ही उन्होंने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में आने का मन बनाया और पहली बार इस महोत्सव में कुरुक्षेत्र पहुंचे। यहां का माहौल देखकर उनका मन गदगद हो गया है और महोत्सव में पहुंचने के पहले दिन ही उनकी चाय लोगों ने खूब पसंद किया है।

Tuesday, November 26, 2019

आसमान में छाए बादलों के बीच ब्रहमसरोवर के तटों पर बिखरी भारतीय संस्कृति की महक


ब्रहमसरोवर के पावन तटों पर भारतीय संस्कृति की महक को दूर-दूर तक महसुस किया जा रहा है। इस संस्कृति की महक का एहसास करने के बाद एकाएक शहर और प्रदेश के लोग अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की ओर खिंचे चले आ रहे है। इस महोत्सव में जहां शिल्पकार अपनी शिल्पकला से पर्यटकों को मोहित कर रहे है, वहीं विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकार पर्यटकों का खुब मनोरंजन कर रहे है।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव शिल्प और सरस मेले के चौथे दिन सुबह और शाम के समय दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों का पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के लोक कलाकार मनोरंजन करने का काम कर रहे है। उत्तरी तट पर जहां राजस्थानी लोक कलाकार कच्ची घोड़ी नृत्य की प्रस्तुती देकर पर्यटकों को नृत्य करने के लिए उत्साहित कर रहे थे, उत्तर पश्चिमी तट पर बीन-बांसुली की धुन पर लोक कलाकार भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। इस पावन तट के चारों तरफ किसी न किसी प्रदेश के कलाकर, बाजीगर, बहरुपिए भी पर्यटकों को लुभा रहे थे। 

मंगलवार को इस शिल्प मेले की रौनक को बढ़ाने का काम विभिन्न राज्यों से आए पर्यटकों व विद्यार्थियों ने किया। आसमान ने छाई काली घटा ने महोत्सव के माहौल को और भी मनमोहक कर दिया, हल्की बंूदाबांदी के बीच महोत्सव में आए विद्यार्थियों व पर्यटकों ने विभिन्न प्र्रकार के व्यंजनों का जमकर लुत्फ उठाया। बच्चे, जवान और बुजुर्गो ने महोत्सव में जमकर खरीददारी की और विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों खूब मस्ती से नृत्य किया।

 

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव - कुरुक्षेत्र में ब्रह्मïसरोवर का मनमोहक दृश्य


कागज के रंग-बिरंगे फुलों से महक रही है महोत्सव की बगिया


ब्रह्मïसरोवर के तट पर अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत लगे क्राफ्ट मेले में लोग रंग बिरेंगे आर्टिफिशल फूलों की जमकर खरीददारी कर रहे है। मेले में स्टाल नम्बर 156 पर पिहोवा से आई स्वाती और आरती से जब बातचीत की तो उन्होंने बताया कि फूल बहुत ही सुंदर है और बहुत ही सस्ते दामों में मिल रहे है। 

स्टॉल नम्बर 156 की इन्चार्ज सुविता मंडल और उनके पति असीम मंडल ने बताया कि मेले में वह कई वर्षों से आ रहे है तथा उनकी स्टाल में 10 रुपए से लेकर 50 रुपए तक के फूल उपलब्ध है। असीम मंडल ने बताया कि स्टाल में करीब 20 तरह के फूल है, इन फूलों को तैयार करने के लिए सबसे पहले सूखी लकडी को काटा जाता है, फिर उसके बाद पेेपर बनता है तथा फूलों के डिजाईन तैयार किए जाते है और आखिर में उन्हें रंगकर सुखाकर बाजार में बेचने के लिए लाया जाता है। असीम मंडल ने बताया कि कुरुक्षेत्र के अलावा दिल्ली, फरीदाबाद, यमुनानगर, कैथल, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित वह कई प्रदेशों में लगने वाले मेलों मेें अपने फूलों को बेचने के लिए जाते है। असीम मंडल पश्चिम बंगाल के रहने वाले है लेकिन बातचीत से लगता है कि वह हरियाणा के है। इसका एहसास तब हुआ जब मैने उनसे पूछा कि मेले में आकर उन्हें कैसा लग रहा है। इस पर असीम मंडल ने कहा कि भाईसाहब मौज हो रही है। आप भी अपने घर को सजावटी फूलों से सजाना चाहते है तो चले आइये क्राफ्ट मेले में और अगर पंसद आए तो स्टाल नम्बर 156 से फूल खरीदें। 

 

 

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2019-- भगती देवी के स्टाल को सरस मेला प्रबंधक कमेटी द्वारा चुना उत्कृष्टï स्टाल के रुप में


एडीसी पार्थ गुप्ता ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2019 का आयोजन 23 नवम्बर से 10 दिसम्बर 2019 तक किया जा रहा है। इस महोत्सव में सरस मेले में विभिन्न राज्यों से हस्त शिल्पकार पहुंचे है जो अपनी कला का प्रदर्शन महोत्सव में आने वाले पर्यटकों के सामने कर रहे है। महोत्सव के सरस मेले में शिल्पकारों द्वारा लगाए गए स्टालों में से प्रतिदिन एक उत्कृष्टï स्टाल का चयन किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि इसी कड़ी में मंगलवार को सरस मेले के जिला प्रबंधक टीके राणा व उनकी टीम द्वारा स्टाल नम्बर 845 को उत्कृष्टï स्टाल के रुप में चुना गया है। यह स्टाल यमुना स्वयं सहायता समुह जामनगर गुजरात द्वारा स्थापित किया गया है, जिसकी संचालिका भगती देवी है। इस स्टाल पर स्पार्कल पेंटिंग से तैयार हस्त शिल्पकला का प्रदर्शन किया गया है, जिसे मेले में आने वाले पर्यटकों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। भगती देवी 60 बेसहारा महिलाओं (विधवाओं) की मदद कर रही है, इन महिलाओं को स्वयं सहायता समुह के साथ जोडक़र रोजगार के अवसर मुहैया करवा रही है। जिला प्रबंधक टीके राणा ने कहा कि भगती के चेहरे पर जोश और आत्मविश्वास देखकर सहजता से अहसास किया जा सकता है कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है। सिर्फ मन में एक जज्बा पैदा करने की जरुरत है, इस समय ग्रुप के साथ 11 पुरुष और 60 से ज्यादा विधवा महिलाएं काम कर रही है।

 

सर्दियों के मौसम में त्वच ख्याल , 7 दिनों के लिए 7 फेस पैक





 

सर्दियों के मौसम में त्वचा रूखी और बेजान नजर आने लगती है। इस समय हमें अपनी त्वचा पर खासतौर पर ध्यान देना चाहिए। हम आपके लिए लेकर आए हैं हर दिन के हिसाब से फेस पैक जिसका इस्तेमाल आप नियमित रूप से कर सकती हैं। तो आइए, जानते हैं सातों दिनों के हिसाब से किस दिन कौन-सा फेस पैक आपकी त्वचा में लाएगा निखार?








सोमवार : हफ्ते के पहले दिन रात के समय आप गुलाब जल, बेसन व मलाई का उबटन लगा सकती हैं। इन सभी को समान मात्रा में मिला लें। तैयार लेप को रात में सोने से पहलें चेहरे पर लगाकर 15 मिनट के बाद चेहरा गुनगुने पानी से साफ कर लें।

 

मंगलवार : इस दिन आप शहद, मलाई और नींबू के रस की कुछ बूंदें मिलाकर रख लें। अब अपने चेहरे को अच्छी तरह साफ कर लें। इसके बाद तैयार लेप को अपने पूरे चेहरे पर लगाकर 10 मिनट के बाद गुनगुने पानी से चेहरा साफ कर लें। यह लेप आपके चेहरे को सॉफ्ट रखने में मदद करेगा। लेकिन ध्यान रखें कि इस लेप का इस्तेमाल रात में सोने से पहले ही करना बेहतर होता है।

 

बुधवार : इस दिन आप एलोवेरा के जेल में एक विटामिन-ई की कैप्सूल लेकर इन दोनों को अच्छी तरह से मिला लें। रात में सोने से पहले इसे अपने पूरे चेहरे और गर्दन पर लगा लें। आप चाहे तो इसे लगाकर सो भी सकती हैं।

 

गुरुवार : आप भीगे हुए बादाम को अच्छी तरह से पीस लें। अब इसमें दूध या मलाई मिलाकर अपने पूरे चेहरे पर लगाएं। 15 मिनट रखने के बाद साफ पानी से चेहरा साफ कर लें। (बादाम को रातभर भिगोकर रखें)

 

शुक्रवार : इस दिन 1 चम्मच मसूर की दाल का पॉवडर, आधा चम्मच हल्दी और मलाई इन्हें समान मात्रा में मिला लें और अपने पूरे चेहरे पर लगाकर रख दें। अब सूखने के बाद हल्के गुनगुने पानी से चेहरे को साफ कर लें।


शनिवार : इस दिन शक्कर और नींबू को मिलाकर पहले अपने चेहरे पर स्क्रब कर लें। अब आप चेहरा साफ कर लें। अपने चेहरे को अच्छे से सुखाने के बाद अब मलाई और नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर फेस पैक तैयार कर चेहरे पर लगाएं। 10 मिनट रखने के बाद चेहरा साफ कर लें। इसके बाद एक रूई लेकर एक बार अपने पूरे चेहरे को एक बार साफ कर लें।

 

रविवार : टमाटर का रस और बेसन तथा मलाई इन दोनों को समान मात्रा में मिलाकर फेस पैक तैयार करें। सूखने के बाद चेहरा धो लें।







 

 


व्हाट्सएप को भारत से हुई 6.84 करोड़ रुपये की कमाई, 5.9 करोड़ की देनदारी


 

फेसबुक के स्वामित्व वाली सोशल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को भारत से पिछले वित्त वर्ष में 6.84 करोड़ की कमाई हुई है। कंपनी ने पहली बार इस तरह की जानकारी को साझा किया है। कंपनी ने एक साल पहले ही कारोबारियों के लिए अलग से एक बिजनेस एप लॉन्च किया था, ताकि वो अपने ग्राहकों से संवाद कर सकें। 

रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में दाखिल किए दस्तावेज


व्हाट्सएप ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के पास अपने दस्तावेज दाखिल किए हैं। कंपनी सरकार से अपनी पेमेंट सर्विस को शुरू करने के लिए मंजूरी मिलने के इंतजार में है। कंपनी ने बताया कि उसको पिछले साल 57 लाख रुपये का लाभ भी हुआ था। अभी करीब 10 लाख लोग व्हाट्सएप बिजनेस एप का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि कंपनी ने 2018 के लिए किसी तरह की कोई आय नहीं बताई है। वहीं पांच लाख रुपये का खर्चा जरूर बताया है। हालांकि कंपनी के पार करीब 5.9 करोड़ रुपये की देनदारी है। 
 

दरअसल व्हाट्सएप का यह एप खासतौर पर बिजनेस के लिए डिजाइन किया गया है। छोटी या बड़ी कंपनियां व्हाट्सएप पर अपना बिजनेस अकाउंट बनाकर अपने ग्राहकों से आसानी से जुड़ सकती हैं। व्हाट्सएप बिजनेस एप की खासियतों की बात करें इसमें मैसिंज के लिए कुछ खास टूल्स मिलते हैं। इसके अलावा इसमें क्विक रिप्लाई जैसे फीचर्स भी हैं।

इस एप की मदद से कारोबारी अपने ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर सकते हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप के बिजनेस अकाउंट के डिस्क्रिप्शन में ई-मेल आईडी, एड्रेस और वेबसाइट की जानकारी दी जा सकती है। साथ ही आपको बता दें कि व्हाट्सएप के बिजनेस के साथ ग्रीन टिक मिलता है यानि अकाउंट को वेरिफाई किया जाता है। गौरतलब है कि व्हाट्सएप ने इसी साल जनवरी में कहा था कि उसके बिजनेस एप के एक्टिव यूजर्स की संख्या 50 लाख से अधिक हो गई है और इसी दौरान कंपनी ने बिजनेस एप के डेस्कटॉप वेब वर्जन को भी पेश किया था।

 


सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला- महाराष्ट्र में कल होगा बहुमत परीक्षण


सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर अपना फ़ैसला सुनाते हुए कहा है कि देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को बुधवार को विधानसभा में अपना बहुमत सिद्ध करना होगा.


कोर्ट ने कहा है कि प्रोटेम स्पीकर के चुनाव के बाद फ़्लोर टेस्ट की कार्यवाही शुरू की जाएगी जो कि गुप्त मतदान से नहीं होगा.


इसके बाद इस प्रक्रिया को लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा.


एनसीपी नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि आज संविधान दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट ने सारी देश की जनता के सामने संविधान का महत्व स्वीकार किया है.


सुप्रीम कोर्ट में इससे पहले सोमवार को सभी पक्षों ने अपनी-अपनी दलीलें दी थी.


अदालत में कांग्रेस नेता और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ग़ैर-बीजेपी गठबंधन की ओर से दलील देते हुए 48 एनसीपी विधायकों के समर्थन की चिट्ठी दिखाते हुए कहा था कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके पास 54 विधायकों का समर्थन है और हमारे पास भी 48 विधायकों का समर्थन हो.


उन्होंने कहा था कि, ''क्या सुप्रीम कोर्ट इसकी अनदेखी कर सकता है. जब दोनों ही पक्ष बहुमत साबित करने के लिए तैयार हैं तो देर किस बात की है.''


वहीं, शिव सेना की ओर से दलील देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और वकील कपिल सिब्बल ने कहा था कि सुबह 5.17 पर राष्ट्रपति शासन हटाने की क्या जल्दी थी?


सिब्बल ने कहा था कि, ''ऐसी कौन सी आपातकाल की स्थिति आ गई थी कि देवेंद्र फडणवीस को सुबह आठ बजे शपथ दिलवाई गई. जब ये बहुमत का दावा कर रहे हैं तो इसे साबित करने से क्यों बच रहे हैं.''


वहीं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से दलील देते हुए मुकुल रोहतगी ने कहा था कि एनसीपी के 54 विधायक अजित पवार और फडणवीस के साथ हैं.


 


शेयर बाजार ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार सेंसेक्‍स 41 हजार के पार

 



सप्‍ताह के दूसरे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार को वैश्विक स्‍तर पर मजबूत संकेतों का फायदा मिला और सेंसेक्‍स ने 41 हजार अंक के जादुई आंकड़े को पार कर लिया. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स करीब 200 अंकों की तेजी के साथ 41,100 के पार निकल गया और 41,120 अंक के रिकॉर्ड स्तर को टच कर लिया. इसी तरह निफ्टी में 50 अंकों की तेजी रही और यह 12,125 के स्तर पर कारोबार करता दिखा. यह सेंसेक्‍स और निफ्टी का ऑल टाइम हाई है.



  • 41,120 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा सेंसेक्‍स

  • 12,125 के स्तर पर कारोबार करता दिखा निफ्टी


 


Sunday, November 24, 2019

रविवार को देर सायं ब्रह्मïसरोवर पुरूषोत्तमपुरा बाग में आयोजित महाआरती का विहंगम दृश्य


रविवार को देर सायं ब्रह्मïसरोवर पुरूषोत्तमपुरा बाग में आयोजित महाआरती का विहंगम दृश्य


International Gita Mahotsav-2019-- में देखने को मिल रहे है हमारी संस्कृति के विभिन्न रंग


कर्नाटक मोटे अनाज का वड़ा बढ़ाएगा पर्यटको का जायका


कर्नाटक के मोटे अनाज से बना वड़ा अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2019 में पहुंचने वाले पर्यटकों के स्वाद को बढ़ाएगा। इस वड़े की डिश को लेकर कर्नाटक से देवराज पहली बार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में शिरकत करने के लिए आए है। इस महोत्सव की फिजा और ब्रहमसरोवर के विशाल रुप को देखकर देवराज दंग रह गए। इस महोत्सव के लिए विशेष तौर पर जौ, बाजरा, मक्का, चावल सहित अन्य मोटे अनाज से बने वड़े और 9 प्रकार की डिश लेकर आए है।

सरस मेले के स्टाल नम्बर 725 पर पर्यटकों के स्वाद को बढ़ा रहे शिल्पी देवराज ने विशेष बातचीत करते हुए बताया कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में पहली बार आए है और यहां का माहौल काफी पसंद आया, हालांकि वह कर्नाटक में विजया संजीवनी के नाम से सेल्फ हेल्प ग्रुप चला रहे है और उनके साथ 13 से ज्यादा सदस्य जुड़े हुए है। इस महोत्सव में मोट अनाज से बने वड़े और अन्य 9 प्रकार की डिश लेकर आए है। इस महोत्सव में कुछ दिनों के बाद करीब 15 प्रकार की डिश पर्यटकों को खिलाएंगे। इस डिश को तैयार करने के लिए कर्नाटक की कृषि यूनिवर्सिटी यूएएस दारबड़  के वैज्ञानिकों से लगातार चर्चा करते रहते है।

उन्होंने कहा कि उनके व्यंजनों को विभिन्न प्रदेशों में स्वाद से खाया जाता है, पिछले 2 वषों से इस व्यवसाय से जुड़े है। इस शुरुआती दौर में अच्छी बिक्री कर रहे है। इस महोत्सव में उनके व्यंजनों का दाम 30 रुपए से लेकर 50 रुपए तक ही रखा गया है ताकि महोत्सव में आने वाले पर्यटक उनके व्यंजनों का स्वाद चख सके। उन्होंने प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों की भी खुब प्रशंसा की है।

रसोई में लोहे के बर्तन में खाना पकाकर स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे है हरियाणा के मनीष

 


आधुनिक दौर में खान-पान और एल्युमिनीयम जैसी धातु के बर्तनों का प्रयोग करके विभिन्न प्रकार की बिमारियों को दावत दे रहे है लोगों को लोहे के बर्तन प्रयोग करके स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे है हरियाणा के मनीष कुमार। यह शिल्पकार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2019 में रसोई में प्रयोग करने वाले बर्तनों को लोहा धातु से तैयार करके लाए है।

सरस मेले के स्टाल नम्बर 796 पर लोहे के बर्तनों को लेकर आए शिल्पी मनीष कुमार ने बातचीत करते हुए बताया कि आज के बदलते दौर में लोगों को रसोई में अधिक से अधिक लोहे की धातु से बने बर्तनों का ही प्रयोग करना चाहिए। जो व्यक्ति रसोई घर में लोहे के बर्तन में खाना पकाएंगा और मसालों को बारीक करने के लिए लोहे का मामदस्ता प्रयोग करके तो वह स्वस्थ रहेगा और कभी भी आयरन की कमी नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली प्रगति मैदान के ट्रेड फेयर, फरीदाबाद के सूरजकुंड मेले में देश में सबसे ज्यादा लोहे के बर्तनों के कद्रदान है। हालांकि उड़ीसा, मुम्बई और देश के अन्य राज्यों में भी लोग लोहे के बर्तनों का प्रयोग करने लगे है।

उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में पर्यटकों के लिए रसोई में प्रयोग होने वाले कई प्रकार के बर्तन बनाकर लाए है। इन बर्तनों की कीमत 50 रुपए लेकर 650 रुपए तक रखी है और पिछले कई वर्षो से स्वयं सहायता समुह के साथ मिलकर अपना रोजगार स्थापित कर रहे है। इस महोत्सव में प्रशासन की तरफ से किए प्रबंधों की सराहना की है।

 

हरियाणा ही नहीं विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति को संरक्षित करने और कलाकारों को एक मंच मुहैया करवाने का काम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के जरिए किया जा रहा है।

 

 


इस महोत्सव में विभिन्न प्रदेशों की लोक कला को पर्यटकों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। इन  प्रदेशों के उन लोक नृत्यों को कलाकार प्रस्तुत कर रहे है, जो लोक कला लुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। लोक कलाकार हरपाल नाथ ने बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया कि हरियाणा प्रदेश में करीब 300 कलाकार ही बचे है जो बीन, तुम्बा, ढोलक, खंजरी बजा कर जोगी नाथ बीन सपेरा परम्परा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे है।


 

 

कलाकार हरपाल नाथ ने कहा कि उनके ग्रुप में अजमेर नाथ, रमेश नाथ, ईश्वर नाथ, राकेश नाथ, अमन, राजकुमार, सुभाष नाथ आदि कलाकार पहुंचे है। सभी कलाकार पारम्पकि वेशभूषा से सुसज्जित होकर बीन, तुम्बा, ढोलक, खंजरी बजाकर लोगों का मनोरंजन कर रहे है। यह महोत्सव लोक कलाकारों का एक बड़ा मंच बन चुका है। सरकार द्वारा इस प्रकार के कलाकारों को ओर अधिक प्रोत्साहित करने के लिए अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव जैसे मंच उपलब्ध करवाने चाहिए। महोत्सव के दूसरे दिन हरियाणा के विभिन्न गांवों के लोक कलाकारों ने ब्रहमसरोवर के उत्तरी तट पर ढेरु गाथा गायन की प्रस्तुती देकर पर्यटकों को झुमने पर मजबुर कर दिया। इन लोक कलाकारों ने ढेरु गाथा गायन के जरिए गुरु गोरख नाथ जी की गाथा, जवाहर गूगा पीर की गाथाओं का गुणगान किया। इन लोक कलाकारों का कहना है कि यह लोक कला विलुप्त करने के कगार पर पहुंच चुकी है। सरकार और प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव से लोक कलाओं को जींवत रखने का प्रयास किया जा रहा है।

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र में लुप्त हो रही संस्कृति को मिल रहा है सरंक्षण

 

 


हरियाणा की लोक कला और संस्कृति की लुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी कई विधाओं को संरक्षित करने का काम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव कर रहा है। इस महोत्सव में ढेरु गायन गाथा, बाजीगर कला और कच्ची घोड़ी जैसी लोक कलाओं को ब्रहमसरोवर के पावन तट पर देखा जा रहा है। इस महोत्सव से न केवल लोक संस्कृति को जींवत रखने का प्रयास सरकार की तरफ से किया जा रहा है बल्कि लोक कलाकारों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाएं जा रहे है।

उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के साथ-साथ राज्य सरकार की तरफ से हरियाणा ही नहीं विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृति को संरक्षित करने और कलाकारों को एक मंच मुहैया करवाने का काम अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के जरिए किया जा रहा है। इस महोत्सव में विभिन्न प्रदेशों की लोक कला को पर्यटकों के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है। इन  प्रदेशों के उन लोक नृत्यों को कलाकार प्रस्तुत कर रहे है, जो लोक कला लुप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। लोक कलाकार हरपाल नाथ ने बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया कि हरियाणा प्रदेश में करीब 300 कलाकार ही बचे है जो बीन, तुम्बा, ढोलक, खंजरी बजा कर जोगी नाथ बीन सपेरा परम्परा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे है।

 

मैक में हुई गजल संध्या, कलाकारों ने जमाया रंग







 

 


हरियाणा कला परिषद मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर की सांस्कृतिक गतिविधियों में गत शनिवार गीता जयंती के उपलक्ष में गजल संध्या का आयोजन किया गया। जिसमें अंबाला के ग़ज़ल गायक हेम भारद्वाज ने अपनी गायकी का जादू बिखेरा| इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में भारत विकास परिषद के अध्यक्ष रजनीश गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे| वहीं मंच का संचालन नीरज सेठी ने किया| अतिथियों का स्वागत करते हुए मैक के क्षेत्रीय निदेशक नागेंद्र शर्मा ने कहा कि गीता जयंती केवल कुरुक्षेत्र के लोगों के लिए ही नहीं अपितु पूरे भारत के लोगों का विशेष पर्व है। जिसे सभी को पूरे हर्षोल्लास से मनाना चाहिए। इसी कड़ी में मल्टी आर्ट कल्चर सेंटर ने गजल संध्या के माध्यम से गीता जयंती महोत्सव का आगाज किया है। जिसमें अंबाला के प्रसिद्ध गजल गायक हेम भारद्वाज अपनी गायकी से गीता जयंती उत्सव में चार चांद लगाने वाले हैं।हेम भारद्वाज ने कार्यक्रम की शुरुआत अपनी प्रसिद्ध गजल उसके हंसते चेहरे से तो ऐसा लगता है शायद उसको मेरा मिलना अच्छा लगता है से की|  इसके बाद झूम के जब लोगों ने पिला दी सब ने चुपके चुपके दुआ दी जैसी गजल प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरी वहीं। इसके बाद श्रोताओं की फरमाइश पर हम तेरे शहर में आए हैं। मुसाफिर की तरह सिर्फ एक मुलाकात का मौका दे दे और ये  दौलत भी ले लो यह शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी जैसी गजलें सुनाई| एक के  बाद एक गजल के माध्यम से हेम भारद्वाज ने खूब समा बांधा| इतना टूटा हूं कि छूने से बिखर जाऊंगा अब अगर और दुआ दोगे तो मर जाऊंगा, हंगामा है क्यों बरपा थोड़ी सी जो पी ली है जैसी गजलों पर श्रोताओं ने जमकर तालिया| कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि रजनीश गुप्ता और मैक के क्षेत्रीय निदेशक नागेंद्र शर्मा ने कलाकारों को सम्मानित किया।


 

 



 



 















 







आईजीएम रन 2019 को हरी झंडी देकर किया रवाना,मैराथन में हजारों खिलाडिय़ों और युवाओं ने लिया भाग

 


खेलमंत्री संदीप सिंह रविवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर आयोजित आईजीएम रन 2019 के शुभांरभ अवसर पर बोल रहे थे। इससे पहले खेलमंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सुधा, क्रीड़ा भारती हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष व ओलम्पियन योगेश्वर दत्त, उपायुक्त डा. एस एस फुलिया, पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, मैराथन के नोडल अधिकारी एवं एसडीएम लाडवा अनिल यादव, संयुक्त निदेशक एवं केडीबी के सीईओ गगनदीप सिंह, जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी यशबीर सिंह ने हरी झंडी देकर आईजीएम रन 2019 को रवाना किया। इस आईजीएम रन 2019 लडक़ों की  मैराथन में प्रथम आने वाले मेरठ निवासी रिनू कुमार को 31 हजार रुपए, दूसरे स्थान पर रहने वाले पानीपत निवासी अंकित देसवाल को 21 हजार, करनाल निवासी रवि राणा तृतीय को 11 हजार तथा अंबाला निवासी अमनप्रीत, सहारनपुर निवासी अक्षय, काशंगज निवासी दलीप कुमार, कैथल निवासी रणदीप कुंडू, कुरुक्षेत्र निवासी अंकित व रवि, यमुनानगर निवासी हरपाल सिंह को 2100 -2100 रुपए और महिला वर्ग की मैराथन में हिसार निवासी वर्षा को 31 हजार, करनाल निवासी संजू को 21 हजार, जींद निवासी रिनू को 11 हजार तथा गुरदासुनर निवासी सीमा देवी, यमुनानगर निवासी दिव्यांका चौधरी, मेरठ निवासी शैली कोहली, रोहतक निवासी प्रिंसी, पटियाला निवासी परविन्द्र कौर, सोनीपत निवासी किरण, रोहतक निवासी बधो को 2100-2100 रुपए के चैक देकर सम्मानित किया।


 

Saturday, November 23, 2019

महाराष्ट्र --अजित पर शरद पवार ने की बड़ी कार्रवाई, एनसीपी विधायकों को होटल भेजा


महाराष्ट्र में सियासी रस्साकशी के बीच भाजपा ने बाजी मारते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ मिलकर सरकार बना ली। देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार सुबह राजभवन में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथ ली। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एनसीपी के अजित पवार को भी उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।लेकिन तब से अबतक सियासी घटनाक्रम इस कदर आगे बढ़ता रहा कि पूरी तस्वीर ही बदल गई।


कुल 42 विधायक एनसीपी बैठक में पहुंचे 

एनसीपी विधायक दल के नेता जयंत पाटील ने कहा- कल दोपहर दो बजे एनसीपी विधायकों की बैठक होगी। आज की बैठक में 42 विधायक मौजूद थे। पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो सका। अजित पवार से बातचीत की कोशिश हुई। दो-तीन नेताओं ने बात की। बहुमत साबित करने में फडणवीस असफल होंंगे। 

याचिका पर रविवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

महाराष्ट्र के राज्यपाल के फैसले के खिलाफ शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की संयुक्त याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में कल सुबह 11:30 बजे सुनवाई होगी। 
 


फ़ास्टैग: कहां से और कैसे मिलेगा


 


ट्रांसपोर्ट और हाइवे मिनिस्ट्री का कहना है कि 1 दिसंबर 2019 तक देश के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स का भुगतान फ़ास्टैग के ज़रिए होगा.


फ़ास्टैग एक डिजिटल स्टिकर है जो गाड़ियों के सामने के शीशे पर लगा होना चाहिए. इसके ज़रिए सरकार कैशलेस टोल टैक्स भुगतान को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है.


अगर 1 दिसंबर तक गाड़ी में फ़ास्टैग नहीं लगवाया जाता तो इसके बाद व्यक्ति को टोल नाके पर दोगुना भुगतान करना पड़ सकता है.


क्या फ़ास्टैग है?


कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने वाला फ़ास्टैग एक डिजिटल स्टिकर है जो रेडियो फ्ऱिक्वेन्सी आईडेंटिफ़िकेशन टेक्नोलॉजी यानी आरएफ़आईडी पर आधारित है.


फ़िलहाल जो व्यवस्था टोल नाकों पर लागू है उसमें कैश और कैशलेस दोनों तरीक़ों से टैक्स का भुगतान किया जा सकता है.


नई व्यवस्था के तहत फ़ास्टैग लगी गाड़ियों को टोल नाके पर खड़े होने की ज़रूरत नहीं होगी. व्यक्ति के अकाउंट से टोल टैक्स की रक़म ख़ुद ही प्रीपेड अकाउंट या लिंक किए हुए बैंक अकाउंट से काट लिए जाएंगे. 


 


कहां से मिलेगा फ़ास्टैग?


लोग आसानी से फ़ास्टैग ख़रीद सकें इसके लिए कई स्तरों पर व्यवस्था की गई है. 18 नवंबर 2019 तक बैंकों, इंडियन हाईवेज़ मैनेजमेंट कंपनी और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जैसी जगहों पर इसकी बिक्री के लिए 28,500 विक्रय केंद्र बनए गए हैं.


साथ ही आरटीओ दफ्तर, साझा सेवा केन्‍द्र, परिवहन केन्‍द्र और कुछ चुनिंदा पेट्रोल पम्‍प पर भी इसे उपलब्ध कराया गया है.


परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण से कहा है कि दिसंबर 1 तारीख तक लोगों को मुफ्त में फ़ास्टैग वितरित किए जाएंगे. इस तारीख़ तक इसके लिए ज़रूरी 150 रुपये का भुगतान राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कर रहा है.



 


अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2019-- मुख्यमंत्री मनोहर लाल गीता महोत्सव को अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर ओर आगे बढ़ाने के लिए मिल रहे है विदेशों के राजदूतों से


मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल स्वयं कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर ओर आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न देशों के राजदूतों से मिल रहे है और अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव का निमंत्रण भी दे रहे है। इस महोत्सव को लेकर 48 कोस के 41 तीर्थो पर भव्य कार्यक्रम होंगे और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्टï्रीय गीता सैमिनार में 15 देशों के शोधार्थी भी पहुंचेंगे। इस महोत्सव के सफल आयोजन के लिए मीडिया के सहयोग की निहायत जरुरत होगी।



उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2019 के इस स्वरुप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सपना साकार हो रहा है। कुरुक्षेत्र पावन और ऐतिहासिक धरती है, इस धरा से भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया और इस धरती पर महाराजा हर्षवर्धन, मां भद्रकाली मंदिर, ब्रहमसरोवर, ज्योतिसर और कई दर्शनीय स्थल हरियाणा की संस्कृति और धरोहर को तरोताजा कर रहे है। इस पर्यटन स्थली को ओर आगे बढ़ाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने ब्रहमसरोवर पर सुबह की आरती शुरु करने का सुझाव देते हुए कहा कि इस पर्यटन स्थली को श्रीकृष्णा सर्किट के तहत विकसित किया जा रहा है, ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरुप स्थापित किया जाएगा और भव्य लाईट एंड सांउड शो को शुरु कर दिया गया है, इसके अलावा ब्रहमसरोवर पर 16 करोड़ की लागत से मल्टी मीडिया प्रोजैक्ट स्थापित किया जाएगा। इस कुरुक्षेत्र 48 कोस के 50 तीर्थो के जीर्णोद्घार पर सरकार बजट खर्च कर रही है। इस पर्यटन स्थली को विश्व के मानचित्र पर लाने के लिए मीडिया का हमेशा सहयोग रहा है और आगे भी रहेगा।

 

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव,कुरुक्षेत्र --सरस और क्राफ्ट मेले में विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों की शिल्पकला के हुए दर्शन


कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गगनदीप सिंह कहा कि सरस और क्राफ्ट मेले में विभिन्न राज्यों के करीब शिल्पकार अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में पहुंच चुके है। इस महोत्सव में 8 शिल्पकार विभिन्न देशों से पहुंचे है।







सीईओ केडीबी गगनदीप ने बताया कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के सरस मेेले में विभिन्न राज्यों के शिल्पकार पहुंच चुके है। इस महोत्सव में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला की तरफ से विभिन्न राज्यों के करीब 250 क्राफ्ट मैन पहुंचे है। इनमें राष्टï्रीय, राज्यस्तरीय और अन्य अवार्ड विजेता है। उन्होंने बताया कि मनिस्टरी ऑफ टेक्सटाईल से 30, खादी विभाग की तरफ से 15, शहर की संस्थाओं की तरफ से 100, निजी लोगों को 75 स्टाल व पुस्तक मेले के लिए 14 स्टाल सहित कुल 700 स्टाल लगाए है। इन 700 स्टालों में 500 स्टाल शिल्पकारों के है। उन्होंने कहा कि सरस एंड क्राफ्ट मेले के पहले दिन ही पर्यटकों और श्रृद्घालुओं की भीड़ लगी रही और अधिकतर खरीदारी करते हुए नजर आए।






 


धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा से फिर से गुंजेंगा पवित्र ग्रन्थ गीता का संदेश-मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा

 


मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने किया शिल्प व सरस मेले का शुभारम्भ, क्राफ्ट व सरस मेले में विभिन्न राज्यों से शिल्पकारों ने की शिरकत, विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश की संगीत और स्वर लहरियों से किया मेहमानों का स्वागत, मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने किया शिल्प व सरस मेले का अवलोकन

कुरुक्षेत्र 23 नवम्बर हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा की पावन धरा धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र से एक बार फिर पवित्र ग्रन्थ गीता के उपदेश पूरे विश्व में गुंजेंगा। इन संदेशों में ही पूरे विश्व का सार समाहित है। इन पवित्र उपदेशों को पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए वैश्विक गीता पाठ का आयोजन फिर से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में किया जा रहा है। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा शनिवार को ब्रहमसरोवर के पावन तट पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 के शिल्प और सरस मेले का शुभारम्भ करने के उपरांत बोल रही थी।


इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 के शिल्प और सरस मेले का आगाज आचार्य नरेश कौशिक व 21 ब्राहमणों द्वारा किए गए मंत्रौच्चारण और शंख की सुरीली गूंज के साथ मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया, पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी, एडीसी पार्थ गुप्ता, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग के संयुक्त निदेशक एवं सीईओ केडीबी गगनदीप सिंह ने किया। इस सरस व शिल्प मेले में विभिन्न राज्यों की शिल्पकला को देखकर सभी मेहमान गदगद हो गए। मुख्य सचिव ने जैसे ही सरस व शिल्प मेले का शुभारम्भ किया, उसी समय विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपने-अपने प्रदेश के संगीत और वाद्य यंत्रों से निकली सुर और ताल ने ब्रहमसरोवर की फिजा ही बदल दी। मुख्य सचिव ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से चौथी बार गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के रुप में मनाया जा रहा है। इस महोत्सव का प्रचार-प्रसार विश्वस्तर पर किया गया है और विदेशी सैलानी भी इस महोत्सव का आनंद लेने के लिए पहुंचेंगे।

 

Friday, November 22, 2019

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में आकर्षण का केन्द्र रहेगा हरियाणा पैवेलियन, हस्त शिल्प के माध्यम से संजोया जाएगा सांस्कृतिक इतिहास


कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2019 के अवसर पर पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन व हरियाणवी पांडाल के माध्यम से इस बार अनूठी हरियाणवी संस्कृति पर्यटकों को देखने को मिलेगी। हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन का आयोजन 3 से 8 दिसंबर तक पुरुषोत्तमपुरा बाग में किया जा रहा है।


उन्होंने बताया कि हरियाणवी पांडाल ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में मुख्य मंच पर आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी पांडाल के माध्यम से पर्यटकों में हरियाणवी संस्कृति के प्रति जागरूकता पैदा करना है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2019 सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। इस महोत्सव में हरियाणा सांस्कृतिक दर्शन पांडाल अपने नये आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणवी पांडाल में इस वर्ष अनेक अनूठे एवं नायाब प्रयोग किए जाएंगे। इस पांडाल में हरियाणवी खानपान के साथ-साथ हरियाणवी कलाकारों की बेहतरीन प्रस्तुतियां पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होंगी। इसके अतिरिक्त हरियाणा की पगड़ी का इतिहास, हरियाणा का प्राचीन इतिहास हरियाणवी सिक्कों के माध्यम से तथा हरियाणा के लुप्त होते क्राफ्ट को हरियाणवी पांडाल का हिस्सा बनाकर उसे जीवंत करने का प्रयास किया जाएगा। 


उन्होंने कहा कि इस पांडाल में हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केन्द्र होगी। इस वर्ष सभी हस्त शिल्पकार हरियाणवी लोक परिधानों में अपनी संस्कृति के रंग बिखेरेंगे। पर्यटकों के लिए हरियाणवी महिला एवं पुरुष परिधान भी उपलब्ध होंगे ताकि सेल्फी विद हरियाणवी बीर एवं मर्द विशेष रूप से पर्यटकों को आकर्षण का केन्द्र रहेगी। हर रोज पर्यटकों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक संध्या आयोजित की जाएगी। इसके अतिरिक्त लोक कलाकार, सपेरे, सारंगीवादक, हरियाणवी लोकगीत गाती महिलाएं, बंचारी नृत्य भी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र रहेगा।


 


Thursday, November 21, 2019

कुरुक्षेत्र सूर्य ग्रहण मेला -- इस सूर्य ग्रहण मेले में देश-विदेश से करीब 15 लाख श्रृद्घालुओं के पहुंचने की सम्भावना है।


सीटीएम सतबीर सिंह कुण्डू ने कहा कि कुरुक्षेत्र में सूर्य ग्रहण मेले का आयोजन 26 दिसम्बर को प्रात: 8 बजकर 15 मिनट से 10 बजकर 55 मिनट तक किया जाएगा। इस सूर्य ग्रहण मेले में देश-विदेश से करीब 15 लाख श्रृद्घालुओं के पहुंचने की सम्भावना है। मेले में श्रृद्घालुओं के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

वे वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में सूर्य मेले-2019 की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।  उन्होंने मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों को ब्रहम सरोवर व सन्निहित सरोवर की सफाई व मुरम्मत का कार्य तथा स्वच्छ जल भरवाने, कानून व्यवस्था बनाए रखने, अस्थाई बस स्टैंड का निर्माण करने व झांसा रोड़ पर भूमि निरीक्षण करने, मेला क्षेत्र व मेला क्षेत्र से बाहर जाने वाली सडक़ों की मुरम्मत का कार्य पूरा करने, पार्किंग स्थलों पर अस्थाई निर्माण, लेवलिंग, सफाई व बेरिकेटिंग का प्रबंध करने के आदेश दिए।

उन्होंने  सूर्य ग्रहण मेले की प्रचार-प्रसार की सामग्री का वितरण करने, पब्लिक एड्रेस सिस्टम व मीडिया सेंटर, यात्रियों को लाने ले जाने के लिए अतिरिक्त बसों व रेल चलाने, मेला क्षेत्र में यात्रियों के लिए प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र व दवाईयों का समुचित प्रबंध, यात्रियों के लिए पीने के पानी, अस्थाई शौचालय, नगर परिषद व हुडा क्षेत्र में लाईटों, सडक़ो व सफाई की व्यवस्था, मेले से पूर्व व बाद में सफाई की समुचित व्यवस्था, अग्निशमन व एम्बूलेंस की समुचित व्यवस्था, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए होमगार्ड व स्वयं सेवकों की डयूटी लगाने, मेला के दौरान मोटर बोट, गोताखोर व तैराकों की व्यवस्था, यात्रियों की सुविधा के लिए रसोई गैस व खाद्य वस्तुए की व्यवस्था, रेल गाडिय़ों का अस्थाई ठहराव व रेलवे स्टेशन पर पानी, लाईट व सफाई की व्यवस्था, शहर को बेसहारा पशुओं से मुक्त करवाना, मेला क्षेत्र में लाईट व टैंट की व्यवस्था व वीआईपी घाट पर समुचित व्यवस्था, मेले में आए यात्रियों का बीमा करवाने के प्रबंध करने के आदेश अधिकारियों को दिए । 

मिर्च का अचार - झटपट - Instant Mirchi Achar Recipe



अचार ए मिर्च ,,, !!! :)

 

लम्बी हरी मिर्च लें अचार वाली, मान लो लगभग एक किलो है तो उसे अच्छे से धो कर सूखा लें, मसाले में मेथी दाना, सरसों, नमक और सौंफ लें दरदरा पीस कर, लगभग डेढ़ सौ ग्राम मेथी दाना, सरसों दाने, सौ एक ग्राम नमक और थोड़ी सी सौंफ, अब मिर्च में चीरा लगा कर ये मसाला भर दें और तीन चार दिन किसी मर्तबान में भर कर धुप में रख दें, फिर एक कढ़ाई में मात्र तीन चार चमच सरसों का तेल और एक दो चमच हल्दी डाल कर इस मिर्च को तीन चार मिनट के लिए पका लें, गैस बंद कर दें और कढ़ाई को ढक दें, लो जी स्वादिष्ठ मिर्च का अचार तैयार, अब इसे सुबह दोपहर शाम और रात जब मर्ज़ी रोटी परांठे इत्यादि और साथ में बनी सब्ज़ी दाल के साथ खाएं ,,, !!! :)


Wednesday, November 20, 2019

सुष्मिता सेन के बर्थडे पर रोहमन ने दिया बड़ा ही खूबसूरत सरप्राइज़

 

बॉलिविड ऐक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने कल 19 नवंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट किया। इस खास मौके पर उनके बॉयफ्रेंड रोहमन शॉल का एक रोमांटिक पोस्ट काफी चर्चा में रहा। इसको अलावा रोहमन ने सुष्मिता को बर्थडे पर बड़ा ही खूबसूरत सरप्राइज़ भी दिया, जिसके कई विडियोज़ ऐक्ट्रेस ने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किए।



रोहमन ने सुष्मिता के इस बर्थडे को बेहद खास बना दिया, जिसे देख वह खुशी से फूले नहीं समा रही थीं। उन्हों यह विडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि इस सरप्राइज़ का उन्हें जरा भी आइडिया नहीं लगा, क्योंकि घर के सभी लोग काफी अच्छी तरह से ऐक्टिंग कर रहे थे। दरअसल रोहमन ने सुष्मिता के बर्थडे पर पूरा छत बिल्कुल दुल्हन की तरह सजाया था। लाइटों से सजे छत के बीच एक टेंट लगा था, जिसमें ढेर सारे बलून और केक भी रखा गया था। 


Tuesday, November 19, 2019

राज्यसभा का 250वां सत्र : 1950 के बाद पहली बार बदली मार्शल की यूनिफॉर्म


राज्यसभा के एतिहासिक 250वें सत्र के पहले दिन एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। दरअसल, सदन में चेयरमैन की कुर्सी के पीछे खड़े होने वाले मार्शल सेना के जैसी यूनिफॉर्म पहने नजर आए। अब से पहले ये मार्शल बंद गले की कमीज और साफा पहने नजर आते थे। 
 

मार्शलों ने मिलिट्री स्टाइल की टोपी के साथ नीले रंग की यूनिफॉर्म पहनी हुई थी और कंधे पर पट्टियां थीं। अनुमान लगाया जा रहा है कि गर्मी के मौसम में ये मार्शल सफेद यूनिफॉर्म में नजर आएंगे, जो भारतीय नौसेना की यूनिफॉर्म से प्रेरित होगी।

साल 1950 के बाद पहली बार हुआ बदलाव


राज्यसभा सूत्रों के मुताबिक मार्शल की यूनिफॉर्म में अंतिम परिवर्तन साल 1950 में हुआ था, तब से अब तक यह पहला बदलाव है। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के मीडिया सलाहकार एए राव ने बताया, कोई बदलाव किए हुए लंबा समय बीत गया था, इसलिए उपराष्ट्रपति ने सोचा कि हमें यह अब करना चाहिए।

 


कौन होते हैं मार्शल और क्या है इनका काम


स्पीकर के बाएं ओर खड़ा व्यक्ति मार्शल होता है और दूसरा व्यक्ति डिप्टी मार्शल। लोगों को लगता होगा कि इनका काम चेयर के आदेश पर उपद्रवी सदस्यों को बाहर करना और उपद्रव के दौरान किसी को स्पीकर तक पहुंचने से रोकना होता है। अगर आप भी यही समझते हैं को आप भी गलत हैं। 





 दरअसल, ये मार्शल सदन चलाने में स्पीकर की मदद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका चयन भी एक कठिन प्रक्रिया द्वारा होता है जिसमें संसद के नियमों और प्रक्रियाओं को लेकर इनके ज्ञान को परखा जाता है। तो सवाल यह है कि असल में सांसदों को बाहर कौन ले जाता है? यह काम मार्शलों का नहीं बल्कि वार्ड अधिकारियों का है।







Monday, November 18, 2019

संसद का शीतकालीन सत्र: बेरोजगारी, महंगाई व आर्थिक सुस्ती पर घमासान के आसार

आज से शुरू हो रहे संसद का शीतकालीन सत्र विभिन्न मुद्दों पर सियासी तपिश झेलेगा। सत्र शुरू होने से पहले सरकार और विपक्ष नागरिकता संशोधन बिल, आर्थिक सुस्ती, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर आमने-सामने है। 


सत्र से पहले सरकार और विपक्ष ने एक दूसरे को घेरने और पलटवार करने की रणनीति बनाई है। विपक्ष ने आर्थिक सुस्ती के कारण घट रहे रोजगार के अवसर को सबसे बड़ा मुद्दा बनाने का फैसला किया है। इसके अलावा विपक्ष की योजना सरकार को महंगाई जैसे मुद्दों पर घेरने की है।



मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला सत्र जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाने के कारण चर्चा में रहा। इस सत्र में सबकी निगाहें नागरिकता संशोधन बिल पर है, जिसे मोदी सरकार राज्यसभा में संख्याबल के अभाव में पारित नहीं करा पाई थी।

विपक्ष इस बिल को असंवैधानिक बता कर लगातार इसका विरोध कर रहा है। जबकि सरकार इसे हर हाल में पारित कराने पर अडिग है। दरअसल इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान से निर्वासित-प्रताड़ित हिंदुओं, बौद्धों, सिखों और ईसाईयों को सहज नागरिकता दिये जाने का प्रावधान है।

विपक्ष का कहना है इसमें मुलसमानों को शामिल नहीं करना असंवैधानिक है। सरकार इसी सत्र में बिल को पेश कर कानूनी जामा पहनाने के लिए अडिग है।

 

Wednesday, November 13, 2019

कुरुक्षेत्र जिले की एक छात्रा ने सिंगल हैंड प्लास्टिक वेस्ट का इस्तेमाल कर एक विशालकाय कछुआ बनाकर देश ही नहीं दुनिया को संदेश देने जा रही है


 

कुरुक्षेत्र में पढ़ाई में करने वाली रीतू ने जिला प्रशासन और कई स्कूली छात्र-छात्रों की मदद से 90 हजार प्लास्टिक बैग इकट्ठा किया. रीतू इन प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल विशालकाय कछुए के निर्माण के लिए करेंगी. ऐसा करने के पीछे उनका मकसद ये बताना है कि लोग जिस प्लास्टिक को बेझिझक इस्तेमाल कर फेंक देते हैं वो प्लास्टिक किस तरह पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है.इंटरनेशनल गीता जंयती में ये कछुआ होगा प्रदर्शित


रीतू इस कछुए को अंतरराष्ट्रीय गीता जयंति के मौके पर प्रदर्शित करने वाली हैं. इस कछुए के जरिए वो लोगों को सिंगल हैंड प्लास्टिक के प्रकोप के बारे में जानकारी देंगी. आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय गीता जयंति कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर स्थली पर मानाये जाने वाला अंतरराष्ट्रीय मेला है. इस मेले में विदेशों से हजारों पर्यटक शिरकत करते हैं. वहीं देशभर के लाखों श्रद्धालु भी आते हैं. रीतू का कहना है कि सिंगल हैंड प्लास्टिक का प्रकोप इतना फैल चुका है कि वो नदियों में भी जमा हो चुका है जिसकी वजह से जीव जंतु भी मर जाते हैं. कछुआ पानी में भी और जमीन पर भी दोनों में रहने के लिए सक्षम है और कछुए को ना तो पानी के अंदर पॉलिथीन मुक्त वातावरण मिल पाता है और ना ही जमीन पर. 300 साल जिंदा रहने वाले इस जीव की उम्र घट कर लगभग आधे से भी कब आ गई है. इंसान पर तो पॉलिथीन का इतना प्रभाव हो चुका है कि जो कैंसर जैसी घातक बीमारी बहुत कॉमन बीमारी हो चुकी है जिसके पॉलिथीन काफी हद तक जिम्मेवार है.ये पढ़ें- सामने आ रहे हैं प्रदूषण के घातक परिणाम, भिवानी में मरीजों की संख्या में लगातार इजाफासिंगापुर बना चुका है ऐसा रिकॉर्ड

इससे पहले सिंगापुर में 68,000 पॉलिथीन से एक विशालकाय ऑक्टोपस बनाकर पॉलिथीन से मुक्त होने का संदेश दिया था. जो गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज हुआ था. सिंगापुर ने पानी में प्लास्टिक का दुष्परिणामों को प्रदर्शित किया था.सिंगापुर का रिकॉर्ड तोड़ना चाहती हैं रीतू

रीतू करीब 90,000 पॉलिथीन से ये कछुआ बनाने जा रही हैं. वो इस कछुए के जरिए नया रिकॉर्ड कायम करने जा रही हैं. वो इसके जरिए ये बताना चाहती हैं कि पानी ही नहीं प्लास्टिक धरती पर भी प्रदूषण फैला रहा है. कछुए के आकार को रीतू ने इसी मकसद से चुना क्योंकि कछुआ पानी और धरती दोनों जगह रहता है. उसकी घटती उम्र हमें खतरे की ओर संकेत दे रहा है


क्या होता है सिंगल हैंड प्लास्टिक








वो प्लास्टिक जिसका इस्तेमाल हम सिर्फ एक बार करते हैं और फिर उसे फेंक देते हैं, यानी वन टाइम इस्तेमाल करके फेंक दी जाने वाला प्लास्टिक ही सिंगल-यूज प्लास्टिक कहलाता है. इसे हम डिस्पोजेबल प्‍लास्टिक भी कहते हैं. हालांकि, इसकी रीसाइक्लिंग की जा सकती है. इसका इस्तेमाल हम अपने रोजमर्रा के काम में करते हैं, जैसे- प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक की बोतलें, स्ट्रॉ, डिस्पोजेबल कप, डिस्पोजेबल प्लेट्स, फूड पैकजिंग में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक, गिफ्ट रैपर्स और कॉफी की डिस्पोजेबल कप.ये पढ़ें- चंडीगढ़ के वैज्ञानिक ने प्रदूषण से बचने के लिए बनाया विशेष मास्क, नहीं होगा इंफेक्शनकैसे नुकसान पहुंचाता है सिंगल हैंड प्लास्टिक

प्लास्टिक वेस्ट हमारी सेहत को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचा रहा है इसका एक आंकलन सामने आया है. हाल ही के एक विश्लेषण में कहा गया है कि हर साल भोजन और सांस के जरिए हजारों माइक्रोप्लास्टिक कण मानव शरीर के अंदर प्रवेश कर जाते हैं. माइक्रोप्लास्टिक, प्लास्टिक के महीन कण होते हैं जो मानव निर्मित उत्पादों जैसे सिंथेटिक कपड़ों, टायर और कॉन्टैक्ट लेंस से टूट कर बनते हैं.माइक्रोप्लास्टिक पृथ्वी पर हर जगह मिलने वाली सामग्रियों में से एक है. दुनिया के सबसे ऊंचे कुछ ग्लेशियरों और सबसे गहरी समुद्री खाइयों की सतह पर भी पाए जाते हैं. पिछले कई अध्ययनों से स्पष्ट हुआ है कि कैसे माइक्रोप्लास्टिक मानव की खाद्य श्रृंखला में शामिल हो सकता है. पिछले साल सामने आए एक अध्ययन के अनुसार लगभग सभी प्रमुख बोतलबंद पानी ब्रांडों के नमूनों में भी माइक्रोप्लास्टिक पाया गया था


 

 



 



 













 






 



Tuesday, November 12, 2019

महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा, कैबिनेट की सिफारिश को रामनाथ कोविंद ने दी मंजूरी

 



महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी जिसे कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। इसके बाद राष्ट्रपति ने भी इस सिफारिश पर मुहर लगा दी। वहीं, शिवसेना ने आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।


महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा, राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सिफारिश को दी मंजूरी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी जहां पिछले महीने हुए विधानसभा चुनाव के बाद कोई भी दल सरकार नहीं बना पाया। 
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- महाराष्ट्र के राज्यपाल का विचार था कि चुनाव नतीजे आने के 15 दिन बाद भी कोई दल सरकार बनाने की स्थिति में नहीं है, इसलिए राष्ट्रपति शासन ही सबसे सही विकल्प है। 
  


Monday, November 11, 2019

पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त टीएन शेषन का निधन

 



सत्ताबल के खिलाफ सीना तानकर खड़े चुनाव आयोग को मौजूदा रुतबा दिलाने वाले टीएन शेषन का रविवार को निधन हो गया। 86 वर्षीय शेषन पिछले कई सालों से बीमार चल रहे थे और चेन्नई में रह रहे थे। देश में चुनाव व्यवस्था में शुचिता, पारदर्शिता लाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है। 


तिरुनेल्लई नारायण अय्यर शेषन 1990 से 1996 तक मुख्य चुनाव आयुक्त रहे थे। तमिलनाडु कैडर के 1955 बैच के आईएएस अधिकारी शेषन ने 10वें चुनाव आयुक्त के तौर पर अपनी सेवाएं दी थीं। 15 दिसंबर 1932 को केरल के पलक्कड़ जिले के तिरुनेल्लई में जन्मे शेषन ने चुनाव आयुक्त के तौर पर मतदाता पहचान पत्र की शुरुआत की थी। उनके चुनाव आयुक्त रहते यह कहावत प्रसिद्ध थी कि राजनेता सिर्फ दो लोगों से डरते हैं एक भगवान से और दूसरे शेषन से। उन्हें 1996 में रैमन मैगसेसे सम्मान से भी सम्मानित किया गया था। मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के पहले ही दिन उन्होंने अपने से पहले रहे मुख्य चुनाव आयुक्त के कमरे सभी देवी देवताओं की मूर्तियों और कैलेंडर हटवा दिए थे जबकि वह खुद बहुत धार्मिक व्यक्ति थे। उनकी आजाद प्रवृत्ति का सबसे पहला उदाहरण तब देखने को मिला जब उन्होंने राजीव गांधी की हत्या के बाद तत्कालीन सरकार से बिना पूछे लोकसभा चुनाव स्थगित करा दिए।



खास बातें



  • बिहार में पहली बार चार चरणों में चुनाव कराने वाले पहले चुनाव आयुक्त

  • मात्र 21 साल की आयु में आईएएस परीक्षा में टॉप किया था

  • छह-भाई बहनों में सबसे छोटे थे शेषन, केरल में हुआ था जन्म

  • भारत के 10वें मुख्य निर्वाचन अधिकारी थे टीएन शेषन



 

 


Friday, November 8, 2019

मटर मशरूम सब्जी बनाने कि नई विधि

 



मटर मशरूम की सब्जी एक बहुत ही पोस्टिक और प्रोटीन से भरपूर शब्जी है | मशरूम सर्दियों के दिनों में ज्यादा पायी जाती है | अगर मशरूम और मटर का मेल भी बहुत खूब होता है | इसे बनाना बहुत ही आसान होता है | इसे बनाने में हमें ज्यादा से ज्यादा 20-25 मिनट लगता है |वैसे “मटर मशरूम की सब्जी” बनाने कि विधि एक और अपने पुराने पोस्ट में बताई है, ये मटर मशरूम कि सब्जी मैंने दूसरे तरीके से बनायीं है | और मुझे विश्वास है कि आपको ये नई सब्जी रेसिपी बहुत पसंद आएगी |


तो चलिए देखते है मटर मशरूम बनाने की दूसरी विधि:-


मटर मशरूम बनाने की सामग्री:-



  • मशरूम (Mashrum)-150 ग्राम

  • मटर के दाने(boiled pea)- 1 कप

  • प्याज(Choped onion)- 1

  • टमाटर(Tomato) -2 टमाटर

  • तेल(Oil)-4 चम्मच

  • जीरा(Cumin seeds)-1/2 चम्मच

  • अदरक(chopped Ginger): 1/2 इंच 

  • लहसुन(chopped Garlic)- 6-8

  • हरी मिर्च(Choped green chili)-3 पीस

  • धनिया पाउडर(coriander powder)-1 चम्मच

  • जीरा पाउडर(Comin powder) -1/2 चम्मच

  • कश्मीरी लाल मिर्च पाउडर(Kashmiri red chili)-1/2 चम्मच

  • हल्दी पाउडर(Turmeric) -1/2 चम्मच

  • गरम मसाला(Homemeade Garam masala)-1/2 छोटा चम्मच

  • नमक(Salt)- स्वाद अनुसार

  • कसूरी मेथी(dry Kasuri mithi)-1/2 चम्मच

  • टोमेटो कैचप(Tomato catchup): 2 चम्मच

  • धनिया पत्ता(Coriander Leaf): 1/2 कप


सब्जी बनाने की विधि-



  1. सबसे पहले गैस पे कढ़ाई रखे और उसमे तेल डालें, तेल गरम हो जाने पे उसमे जीरा डालदे

  2.  फिर उसमे कटे हुए अदरक, लहसुन और मिर्च को डाल दे और उसे थोड़ी देर भुने

  3.  फिर उसमे प्याज डाल दे और उसे थोड़ी देर पकाये |

  4.  थोड़ी देर बाद उसमे टमाटर डाल दे और नमक डाल कर मिलाये | थोड़ी देर बाद उसमे टमाटर डाल दे और नमक डाल कर मिलाये

  5.  फिर उसे ढक कर 2-3 मिनट तक पकाये |

  6.  अब उसमे सारी मशाले(धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, लाल मिर्च, हल्दी) डाल दे और फिर कसूरी मेथी को भी हाथ पे माशेलकर डाल दे और उसे थोड़ी देर भुने |

  7.  अब उसमे टोमेटो कैचप डाल दे |

  8.    फिर उसमे मटर और धनिया पत्ता को डाल दे और मिलाये |

  9.  फिर उसमे थोड़ा सा पानी डालकर थोड़ी देर भुने |

  10.  फिर उसमे अपने हिसाब से पानी डालकर दे और उसे ढक कर 5 मिनट तक पकाये |

  11.  फिर उसमे मशरूम डाल दे |


 फिर उसमे थोड़ा पानी डालकर मिला दे और उसे फिर से ढककर 4-5 मिनट तक पकाये   और हमारी सब्जी बनकर तैयार हो गयी है


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


 


Thursday, November 7, 2019

कोलंबो से आई महिलाओं ने निगल रखा था एक किलो से ज्यादा सोना

 


चेन्नई एयरपोर्ट पर मंगलवार को लोगों को सकते में डाल देने वाली एक घटना सामने आई। दरअसल, कस्टम विभाग के अफसरों ने ऐसी दो महिलाओं को पकड़ा, जो कोलंबो से अपने पेट के अंदर सोना छिपाकर ला रही थीं। तस्करों ने खुलासा किया है कि महिलाओं ने कथित रूप से ऐसे 30 कैप्सूल निगल लिए थे, जिनमें सोने के दाने भरे हुए थे। 
 

जानकारी के अनुसार, महिलाओं ने करीब एक किलोग्राम से ज्यादा सोने के दानों से भरे 30 कैप्सूल निगले थे। इन महिलाओं को कस्टम अधिकारियों ने पकड़ भी लिया था, लेकिन उनके पेट से सोना निकलवाने के लिए अस्पताल ले जाते समय तस्करों ने उन्हें अगवा कर लिया। इसके बाद तस्करों ने स्टमक वॉश के जरिए पेट से सोना निकलवाकर इन्हें शहर में छोड़ दिया। तब पुलिस ने इन महिलाओं को दोबारा से पकड़ लिया।

 

8 नवंबर को है देवउठनी एकादशी,जानिए देवउठनी एकादशी का महत्व


देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) का विशेष धार्मिक महत्‍व है. हिन्‍दू मान्‍यताओं के अुनसार सृष्टि के पालनहार श्री हरि विष्‍णु चार महीने तक सोने के बाद देवउठनी एकादशी के दिन जागते हैं. इसी दिन भगवान विष्‍णु शालीग्राम रूप में तुलसी से विवाह (Tulsi Vivah) करते हैं. देवउठनी एकादशी (Ekadashi) से ही सारे मांगलिक कार्य जैसे कि विवाह, नामकरण, मुंडन, जनेऊ और गृह प्रवेश की शुरुआत हो जाती है. 


देवउठनी एकादशी का महत्‍व 
देवउठनी एकादशी (Dev Uthani Ekadashi) को देवोत्थान एकादशी (Devutthana Ekadashi) या हरिप्रबोध‍िनी एकादशी और तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस एकादशी का हिन्‍दू धर्म में विशेष महत्‍व है. हिन्‍दू मान्यता के अनुसार सभी शुभ कामों की शुरुआत देवउठनी एकादशी से की जाती है. मान्‍यता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के शयनकाल के बाद जागते हैं. विष्णु पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने शंखासुर नामक भयंकर राक्षस का वध किया था. फिर आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को क्षीर सागर में शेषनाग की शय्या पर भगवान विष्णु ने शयन किया. इसके बाद चार महीने की योग निद्रा त्यागने के बाद भगवान विष्णु जागे. इसी के साथ देवउठनी एकादशी के दिन चतुर्मास का अंत हो जाता है. जागने के बाद सबसे पहले उन्हें तुलसी अर्पित की जाती है. मान्यता है कि इस दिन देवउठनी एकादशी व्रत कथा सुनने से 100 गायों को दान के बराबर पुण्य मिलता है. इस दिन तुलसी विवाह भी किया जाता है. इस एकादशी का व्रत करना बेहद शुभ और मंगलकारी माना जाता है.


 


 


Wednesday, November 6, 2019

Redmi Note 8 Pro की सेल आज, शुरुआती कीमत 14,999 रुपये


Redmi Note 8 Pro को आज भारत में एक बार फिर से सेल में उपलब्ध कराया जा रहा है. इसकी बिक्री दोपहर 12 बजे से शुरू होगी. ग्राहक इसे Amazon इंडिया, शाओमी की वेबसाइट और Mi होम स्टोर्स से खरीद पाएंगे. Note 8 Pro को भारत में पिछले महीने लॉन्च किया गया था. इस फोन की खास बात ये है कि इसमें क्वॉड कैमरा सेटअप, MediaTek Helio G90T प्रोसेसर और डुअल गोरिल्ला ग्लास 5 प्रोटेक्शन मिलता है.


Redmi Note 8 Pro की शुरुआती कीमत 14,999 रुपये है. ये कीमत बेस वेरिएंट 6GB + 64GB की है. वहीं 6GB + 128GB वेरिएंट की कीमत 15,999 रुपये और 8GB + 128GB वेरिएंट की कीमत 17,999 रुपये रखी गई है. इस फोन को ग्राहक गामा ग्रीन, हैलो वाइट और शैडो ब्लैक कलर ऑप्शन में खरीद पाएंगे.


सेल ऑफर की बात करें तो Redmi Note 8 Pro के साथ एयरटेल ग्राहकों को 249 रुपये या 349 रुपये वाला प्लान 10 महीनों के लिए लेने पर डबल डेटा बेनिफिट मिलेगा.


 


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