बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अमेरिकी तेल और गैस क्षेत्र की कंपनियां भारत में निवेश बढ़ाएंगी।
- अमेरिका की यात्रा के पहले दिन शनिवार को ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 17 वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ बैठक में इस बात पर सहमति बनी है। सीईओ के साथ हुई बैठक के बाद अमेरिका कंपनी टेल्यूरियन इंक और भारत की पेट्रोनेट एलएनजी के बीच सालाना 50 लाख टन तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का आयात करने के करार की घोषणा हुई। इस करार के तहत पेट्रोनेट और उसकी सहायक इकाइयां अमेरिका से 40 साल की लंबी अवधि तक 50 लाख टन एलएनजी का आयात करेगी। सूत्रों के अनुसार पेट्रोनेट द्वारा टेल्यूरियन की ड्रिफ्टवुड परियोजना में 2.5 अरब डॉलर का निवेश कर 20 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी भी हासिल करेगी। इस समझौते को अमेरिका के एलएनजी क्षेत्र में किसी भारतीय कंपनियों की तरफ से सबसे बड़ा सौदा बताया जा रहा है।